शिमला: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि बिल के खिलाफ देश भर में किसान और कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है और इस बिल को वापिस लेने की मांग की जा रही है. कांग्रेस वरिष्ठ नेता और हिमाचल कांग्रेस के नए प्रभारी राजीव शुक्ला ने भी इस बिल को किसान विरोधी करार दिया है.
राजीव शुक्ला ने कहा कि इस बिल के आने से देश का किसान तबाह हो जाएगा. किसानों को बड़ी-बड़ी कंपनियां कोढ़ियों के दाम पर उत्पाद बेचने पर मजबूर करेंगी. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रावधान होना चाहिए किसान अपने उत्पाद अपनी मर्जी से बेच पाएं.
उन्होंने किसानों को उत्पाद का न्यूनतम मूल्य और किसानों को अपने उत्पाद बेचने की छूट का समर्थन किया. राजीव शुक्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री बोल रहे हैं कि न्यूनतन मूल्य तय किया जाएगा, लेकिन जो कानून लाया जा रहा है उसमें इस तरह का कोई प्रावधान नहीं है.
शुक्ला ने कहा कि ऐसे में सरकार तो कह रही है, लेकिन अफसर कानून के हिसाब से चलेंगे और वह नहीं मानेंगे. ऐसे में बाद में कहा जाएगा कि ये तो जुमला था. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस बिल में बदलाव करना चाहिए, ताकि देश के किसानों को अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके.
नए कृषि विधेयक के अलावा राजीव शुक्ला ने कोरोना महामारी को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने मात्र 21 दिन में कोरोना को खत्म करने का दावा किया था, लेकिन यह नहीं हो पाया और अब हालात ऐसे हैं कि अब हर रोज एक लाख के करीब मामले देश में आ रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना से निपटने में असफल रही है. हिमाचल में भी कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. शिमला में ही कोरोना संक्रमित महिला ने कोविड सेंटर में आत्महत्या कर ली है. यह सरकार लोगों को राहत देने में नाकाम साबित हुई है.