शिमला: चौपाल विधानसभा सीट से कांग्रेस से बगावत कर डॉ. सुभाष मंगलेट आजाद प्रत्याशी (independent candidate Subhash Mangalet) के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस ने सुभाष मंगलेट के चुनाव कार्यालय बंद करवा दिया है, जिस पर वे कांग्रेस पर भड़क गए. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार रजनीश किमटा पर लोगों को धमकाने का आरोप लगाया है, साथ ही कांग्रेस नेताओं से गलत परंपरा की शुरुआत न करने की चेतावनी दी है.
मंगलेट ने कहा कि नामांकन भरने के बाद चौपाल में कार्यालय खोला गया था. वहां पहले बैठकें भी हुईं, लेकिन अब दबाव बनाकर कार्यालय बंद करा दिया गया है. मंगलेट ने इसे कांग्रेस नेताओं की तानाशाही करार दिया है. चौपाल विधानसभा सीट से आजाद प्रत्याशी सुभाष मंगलेट ने कहा कि भले ही उनका ऑफिस बंद करा दिया गया हो, लेकिन उनकी जगह लोगों के दिलों में है. मंगलेट ने कहा कि वे तो अपना कार्यालय सड़क पर बैठकर भी चला सकते हैं, लेकिन कांग्रेस नेता ऐसी हरकतें कर पार्टी को बदनाम कर रहे हैं. (Congress closed the office of Subhash Mangalet)
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी चुनाव होते रहे लेकिन इस तरह की घिनौनी हरकत कभी चुनाव में नहीं की गई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि चुनाव में किसी का अपमान न हो. मंगलेट ने आरोप लगाते कि कांग्रेस के लोग धमकियां दे रहे हैं, इससे पार्टी की बदनामी हो रही है.
कांग्रेस ने मंगलेट को नहीं दिया टिकट: शिमला की चौपाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस के पूर्व विधायक सुभाष मंगलेट को पार्टी से टिकट मांग रहे थे, लेकिन पार्टी ने रजनीश किमटा को प्रत्याशी बनाया. ऐसे में सुभाष मंगलेट ने बगावत कर दी है और आजाद प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे हैं.
राहुल गांधी के करीबी हैं मंगलेट: सुभाष मंगलेट राहुल गांधी के टीम में काम कर चुके हैं और राहुल गांधी के करीबी रहे हैं. सुभाष मंगलेट तीन बार चुनाव लड़ चुके हैं और चौपाल में उनका अच्छा खासा वोट बैंक भी है और कांग्रेस कार्यकर्ताओ में भी अच्छा खासा प्रभार है. ऐसे में कांग्रेस चौपाल में दो गुटों में बंटने से नुकसान झेलना पड़ सकता है. (Chopal assembly seat)
ये भी पढ़ें: 1 Seat 2 Minute: बंजार सीट से खीमी राम का सुरेंद्र शौरी से होगा मुकाबला, हितेश्वर सिंह ने बढ़ाई चुनौती