शिमला: हिमाचल के स्कूलों में तैनात कंप्यूटर शिक्षक फिलहाल पहले की नाइलेट कंपनी के ही अधीन रहेंगे. आज कंप्यूटर शिक्षकों की मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ बैठक में यह सहमति बनी. दरअसल, इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन के माध्यम से कंपनियों के अधीन करने कंप्यूटर शिक्षक भड़के हुए थे. प्रदेश भर के कंप्यूटर शिक्षक आज मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओक ओवर पहुंचे थे, हालांकि यहां उनको मुख्यमंत्री से मिलने का समय नहीं मिला. करीब तीन घंटे तक ये शिक्षक यहां डटे रहे और फिर इसके बाद वे राज्य सचिवालय जा पहुंचे. शाम को मुख्यमंत्री के साथ कंप्यूटर शिक्षकों की बैठक हुई जिसमें शिक्षकों ने साफ कहा है कि वे नई कंपनियों के अधीन किसी भी सूरत में काम नहीं करेंगे.
दरअसल, कंप्यूटर शिक्षकों ने उनको शिक्षा विभाग में मर्ज करने की मांग की. बैठक के दौरान यह तय हुआ कि कंप्यूटर शिक्षक इसी माह तक पांच कंपनियों के अधीन रहेंगे. जब तक कोर्ट में कंप्यूटर शिक्षकों का मामला हल नहीं होता तब तक वे पुरानी कंपनी नाइलेट के अधीन रहेंगे. बता दें, प्रदेश में करीब 1326 कंप्यूटर शिक्षक करीब 1100 स्कूलों में बीते 20 से 22 सालों से सेवाएं दे रहे हैं. हालांकि पहले ये शिक्षक नाइलेट कंपनी के अधीन थे, जिसका ये लगातार विरोध कर रहे थे. विधानसभा चुनावों के दौरान कांग्रेस ने इन शिक्षकों के लिए नीति बनाने की बात कही थी और कुछ समय पहले सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने लेकर नाइलेट कंपनी से करार खत्म कर कंप्यूटर शिक्षकों को इलेक्ट्रानिक कारपोरेशन के अधीन लगाने का फैसला किया था.
ओक ओवर में सीएम से मिलने का नहीं मिला समय: कंप्यूटर शिक्षकों का कहना था कि सरकार ने उनको पहले इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन के अधीन रखने की बात कही थी, लेकिन अब इलेक्ट्रानिक कॉरपोरेशन ने आगे उनको पांच कंपनियों के अधीन कर दिया. ये कंपनियां अब उनको नियुक्ति पत्र के लिए अपने दफ्तर बुला रही है. यही वजह है कि दूर दराज इलाकों से शिक्षक यहां मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचे. शिक्षकों का कहना था कि सुबह जब वे ओक ओवर पहुंचे तो सुरक्षा कर्मियों ने पहले उनको गेट से बाहर दो घंटे तक रोके रखा और फिर अंदर एक घंटे अंदर इन्तजार करवाया, इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने उनको बाहर निकाल दिया. इसके बाद उनको राज्य सचिवालय में शाम का मिलने का समय दिया गया.
निजी कंपनियों को बाहर करने में रहे कामयाब: कंप्यूटर शिक्षक संघ के प्रेस सचिव राजेश शर्मा ने कहा कि शाम को उनकी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर के साथ बैठक हुई. मुख्यमंत्री ने कंप्यूटर शिक्षकों की बातों को सुना और भरोसा दिया कि इस मामले में कोर्ट मैटर जल्दी ही सुलझाया जाएगा. अभी कोई विकल्प न होने के कारण अब नाइलेट कंपनी ही वेतन देने क़ो लेकर अधिकृत रहेगी. उन्होंने कहा कि कंप्यूटर शिक्षक पांच कंपनियों को बाहर करने में कामयाब रहे है. इस मौके पर राज्य उप प्रधान पदम् चौहान भीष्मा भंडारी उपासना नेगी सिरमौर प्रधान इंद्र पुन्दिर रवि ठाकुर व प्रेस सचिव राजेश शर्मा शामिल रहे.
ये भी पढ़ें: वनों में सूखे पेड़ों की मार्किंग के लिए तैयार होंगे SOP, इमारती लकड़ी की बिक्री ऑनलाइन होगी