शिमला: प्रदेश में छात्रों के लिए स्कूल खुलने पर कोविड से बचाव की व्यवस्थाओं को लेकर स्कूल अपना-अपना माइक्रो प्लान शिक्षा विभाग को सौंपेंगे. 1 फरवरी से पहले स्कूलों को अपना माइक्रो प्लान विभाग को सौंपना होगा. विभाग ने तय किया है कि बोर्ड के छात्रों को रोजाना स्कूल बुलाया जाएगा.
छात्रों को अल्टरनेट-डे पर स्कूल बुलाने की तैयारी
पांचवीं, आठवीं, दसवीं और 12वीं के छात्रों की रोजाना कक्षाएं होंगी, जबकि नवीं और ग्यारहवीं के छात्रों को एक दिन छोड़ कर निर्धारित संख्या के आधार पर स्कूल बुलाया जाएगा. प्रदेश के कॉलेजों में भी यही व्यवस्था रहेगी. कॉलेजों में भी संख्या को देखते हुए एक दिन छोड़ कर छात्रों को बुलाया जाएगा .
27 जनवरी से खुलेंगे ग्रीष्मकालीन स्कूल
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके और भीड़ ज्यादा ना बढ़े, इसके लिए स्कूल में आने और जाने का समय भी अलग-अलग होगा. लंच ब्रेक के लिए भी अलग-अलग टाइमिंग निर्धारित की जाएगी. प्रदेश में सबसे पहले ग्रीष्मकालीन स्कूल खुल रहे हैं. ऐसे में 27 जनवरी से ही ग्रीष्मकालीन स्कूलों में शिक्षक आना शुरू होंगे और माइक्रो प्लान तैयार कर विभाग को भेजेंगे.
स्कूल खुलते ही सिलेबस को पूरा किया जाएगा
शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि स्कूल खुलते ही छात्रों के बने हुए सिलेबस को पूरा किया जाएगा और उसके बाद छात्रों की रिवीजन करवाई जाएगी. छात्रों को उनकी बोर्ड परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा. स्कूलों में ना तो प्रेयर होगी और ना ही किसी समारोह का आयोजन किया जाएगा. वहीं, शिक्षक भी एक साथ गाड़ी में नहीं आ सकेंगे.
ऑनलाइन पढ़ाई भी रहेगी जारी
छात्रों की पढ़ाई को सही तरीके से करवाने के लिए विभाग की ओर से दूसरे शनिवार को मिलने वाली छुट्टी को स्कूल बंद करने पर भी विचार किया जा रहा है. इस पर भी जल्द ही फैसला हो सकता है. वहीं, विभाग की ओर से जारी दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि छात्रों की ऑनलाइन पढ़ाई भी जारी रहेगी और छात्रों पर स्कूल आने को लेकर कोई भी दवाब नहीं रहेगा.
कॉलेजों के लिए तय 8 फरवरी का दिन
प्रदेश में 1 फरवरी और 15 फरवरी से स्कूल खुल रहे हैं. वहीं, 8 फरवरी से कॉलेजों को खोलने का फैसला लिया गया है. कॉलेजों में छात्रों के लिए किस तरह की व्यवस्था रहेगी, यह कॉलेज प्रिंसिपल तय करेंगे. एसओपी का पालन करना अनिवार्य होगा और एक दिन छोड़कर छात्रों को बुलाने का फैसला भी प्रिंसिपल अपने स्तर पर कर सकेंगे.