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Shimla Municipal Corporation Election 2023: CM सुखविंदर सिंह की होगी पहली परीक्षा, कांग्रेस 10 साल से सत्ता से बाहर - शिमला नगर निगम चुनाव 2 मई को

शिमला नगर निगम चुनाव 2 मई को होंगे. सीएम सुखविंदर सिंह की इन चुनावों में पहली परीक्षा होगी. नगर निगम में कांग्रेस पिछले 10 सालों से सत्ता का सुख नहीं भोग पाई है. वहीं, इस समय चुनावों को लेकर भाजपा ज्यादा सक्रीय दिखाई दे रही,जबकि कांग्रेस अभी तक कोई बैठक नहीं कर पाई है.(Shimla Municipal Corporation Election 2023)

शिमला नगर नगर चुनाव
शिमला नगर नगर चुनाव
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Published : Apr 5, 2023, 9:08 AM IST

शिमला: नगर निगम चुनावों की चुनाव आयोग द्वारा घोषणा कर दी गई है. ऐसे में दोनों ही राजनीतिक दल कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुट गए हैं. दोनों ही दलों के लिए नगर निगम के चुनाव साख का सवाल बन चुके है.भाजपा 5 सालो से नगर निगम पर काबिज है, जबकि कांग्रेस पिछले 10 सालों से नगर निगम की सत्ता से बाहर है. वहीं, इस बार कांग्रेस सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी तैयारी में है.

सीएम सुखविंदर सिंह की पहली परीक्षा: मुख्यमंत्री बनने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू की यह पहली परीक्षा होगी. विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए यह पहला चुनाव होगा. इस बार शिमला नगर निगम के चुनाव पार्टी चिन्ह पर होने जा रहे हैं. ऐसे में दोनों ही दलों कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण बन गए है. पिछले 5 सालों से शिमला नगर निगम पर भाजपा काबिज थी और भाजपा से इसे छीनना कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा.

विक्रमादित्य सिंह और अनिरुद्ध सिंह पर बड़ी जिम्मेदारी: शिमला नगर निगम में तीन विधानसभा क्षेत्र आते है. शिमला शहर, कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण. विधानसभा में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है ,जिसमें कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण में मंत्री भी बने है. शिमला शहर में 18 वार्ड , जबकि कसुम्पटी में 12 और शिमला ग्रामीण विधानसभा में 4 वार्ड शामिल हैं. ऐसे में दोनों मंत्रियों विक्रमादित्य सिंह और अनिरुद्ध सिंह पर बड़ी जिम्मेदारी रहेगी.

भाजपा ने की तैयारियां शुरू, कांग्रेस कर रही इंतजार: शिमला नगर निगम चुनावों को लेकर भाजपा रणनीति बनाने में जुट गई है. भाजपा द्वारा नगर निगम चुनावों को लेकर पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी को प्रभारी तैनात किया और वे लगातार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बैठक कर रहे हैं. भाजपा द्वारा वार्ड स्तर पर प्रभारी और सह प्रभारी भी तैनात किए गए हैं .वहीं ,कांग्रेस अभी तक नगर निगम चुनावों को लेकर बैठक तक नहीं कर पाई और ना ही प्रभारी नियुक्त किया है, जबकि चुनाव 2 मई को होंगे और नतीजे 4 मई को आएंगे.

1986 में हुआ था नगर निगम शिमला का पहला चुनाव : शिमला नगर निगम देश की सबसे पुरानी नगर निगम में शामिल है. शिमला नगर निगम का पहला चुनाव 1986 में हुआ था. तब से लेकर नगर निगम पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है ,लेकिन 2012 में माकपा नगर निगम पर काबिज हुई और 2017 में चुनाव में भाजपा पहली बार नगर निगम पर काबिज हुई. वही इस बार फिर से भाजपा नगर निगम पर काबिज होने की तैयारियों में जुट गई है.

ये भी पढ़ें : MC Shimla Election: शिमला नगर निगम चुनाव का बिगुल बजा, 2 मई को मतदान, 4 को आएंगे नतीजे

शिमला: नगर निगम चुनावों की चुनाव आयोग द्वारा घोषणा कर दी गई है. ऐसे में दोनों ही राजनीतिक दल कांग्रेस और बीजेपी तैयारियों में जुट गए हैं. दोनों ही दलों के लिए नगर निगम के चुनाव साख का सवाल बन चुके है.भाजपा 5 सालो से नगर निगम पर काबिज है, जबकि कांग्रेस पिछले 10 सालों से नगर निगम की सत्ता से बाहर है. वहीं, इस बार कांग्रेस सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरी तैयारी में है.

सीएम सुखविंदर सिंह की पहली परीक्षा: मुख्यमंत्री बनने के बाद सुखविंदर सिंह सुक्खू की यह पहली परीक्षा होगी. विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए यह पहला चुनाव होगा. इस बार शिमला नगर निगम के चुनाव पार्टी चिन्ह पर होने जा रहे हैं. ऐसे में दोनों ही दलों कांग्रेस और बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण बन गए है. पिछले 5 सालों से शिमला नगर निगम पर भाजपा काबिज थी और भाजपा से इसे छीनना कांग्रेस के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा.

विक्रमादित्य सिंह और अनिरुद्ध सिंह पर बड़ी जिम्मेदारी: शिमला नगर निगम में तीन विधानसभा क्षेत्र आते है. शिमला शहर, कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण. विधानसभा में कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है ,जिसमें कसुम्पटी और शिमला ग्रामीण में मंत्री भी बने है. शिमला शहर में 18 वार्ड , जबकि कसुम्पटी में 12 और शिमला ग्रामीण विधानसभा में 4 वार्ड शामिल हैं. ऐसे में दोनों मंत्रियों विक्रमादित्य सिंह और अनिरुद्ध सिंह पर बड़ी जिम्मेदारी रहेगी.

भाजपा ने की तैयारियां शुरू, कांग्रेस कर रही इंतजार: शिमला नगर निगम चुनावों को लेकर भाजपा रणनीति बनाने में जुट गई है. भाजपा द्वारा नगर निगम चुनावों को लेकर पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी को प्रभारी तैनात किया और वे लगातार पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से बैठक कर रहे हैं. भाजपा द्वारा वार्ड स्तर पर प्रभारी और सह प्रभारी भी तैनात किए गए हैं .वहीं ,कांग्रेस अभी तक नगर निगम चुनावों को लेकर बैठक तक नहीं कर पाई और ना ही प्रभारी नियुक्त किया है, जबकि चुनाव 2 मई को होंगे और नतीजे 4 मई को आएंगे.

1986 में हुआ था नगर निगम शिमला का पहला चुनाव : शिमला नगर निगम देश की सबसे पुरानी नगर निगम में शामिल है. शिमला नगर निगम का पहला चुनाव 1986 में हुआ था. तब से लेकर नगर निगम पर कांग्रेस का ही कब्जा रहा है ,लेकिन 2012 में माकपा नगर निगम पर काबिज हुई और 2017 में चुनाव में भाजपा पहली बार नगर निगम पर काबिज हुई. वही इस बार फिर से भाजपा नगर निगम पर काबिज होने की तैयारियों में जुट गई है.

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