शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राज्य में कोरोना से हो रही मौतों पर चिंता व्यक्त किया है. सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि चिकित्सकों को रोगियों का उचित उपचार सुनिश्चित करना चाहिए, विशेषकर जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां भी हैं. उन्होंने कहा कि जो लक्षणहीन रोगी घर पर आइसोलेशन में हैं, उनका भी उचित प्रोटोकॉल के तहत पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि घर पर आइसोलेशन में रह रहे रोगियों को उचित उपचार नहीं मिल पाता है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि ऐसे रोगियों को भी मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार उपचार दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कोविड-19 अस्पतालों में उचित स्वच्छता व सफाई सुनिश्चित की जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि रोगियों को आवश्यक्तानुसार ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जाने चाहिए, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े. उन्होंने कहा कि रोगियों को गर्म पानी, काढ़ा और पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाना चाहिए और इसके अतिरिक्त कोविड-19 रोगियों व उनके परिवार के बीच संवाद के लिए प्रणाली विकसित की जानी चाहिए. उन्होंने वरिष्ठ चिकित्सकों को कोविड-19 रोगियों के उचित उपचार के लिए प्रतिदिन स्वास्थ्य जांच करने के निर्देश दिए.
जयराम ठाकुर राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों और बड़े आंचलिक अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिए कि वह दिन में दो बार दौरा कर वार्डों में स्वच्छता, रोगियों का उपचार, खाद्य गुणवत्ता और शौचालयों की स्वच्छता इत्यादि की सुविधा का निरीक्षण करें. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी शिमला, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा, लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचैक में कोविड-19 के मरीजों की अधिक संख्या के मद्देनजर इन मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों में बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित करने पर बल देना चाहिए.
जयराम ठाकुर ने कहा कि इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों वाले मरीजों को तुरन्त अस्पताल जाने के लिए प्रेरित करने के लिए सूचना, शिक्षा व संप्रेषण के लिए उचित योजना बनाई जानी चाहिए. जिससे बिना देर किए उनका उपचार किया जा सके और समय रहते मरीजों की स्थिति संभालने में सहायता होगी.
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