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सीएम जयराम ने पीएम मोदी को दी बधाई, कहा- प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व के कारण मिला पुरस्कार - himachal news

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इन्वेस्ट इंडिया की ओर से 2020 संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार (यूएनसीटीएडी) प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है. यह पुरस्कार यूएनसीटीएडी की ओर से विश्व में 180 राष्ट्रीय निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों द्वारा किए गए कामों के मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है. यह सब तब किया गया जब लॉकडाउन के दौरान ऑफिस बंद कर कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया.

सीएम जयराम
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Published : Dec 8, 2020, 12:31 PM IST

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इन्वेस्ट इंडिया की ओर से 2020 संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार (यूएनसीटीएडी) प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार का उद्देश्य विश्व की श्रेष्ठ निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करना है. यह पुरस्कार यूएनसीटीएडी की ओर से विश्व में 180 राष्ट्रीय निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों द्वारा किए गए कामों के मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है.

कोरोना ने पैदा हुई कई चुनौतियां

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों (आईपीए) के सामने बहुत-सी चुनौतियां पैदा की हैं. इस कारण एजेंसियों को सामान्य निवेश प्रोत्साहन से हटकर संकट प्रबंधन की सुविधा, सरकारी आपातकाल की अधिसूचना एवं आर्थिक राहत उपाय, संकट के समय सहायता सेवाओं के प्रावधान जैसे राष्ट्रीय कोविड-19 व्यापार प्रतिक्रिया प्रयासों पर बल देना पड़ा है. यह सब तब किया गया जब लॉकडाउन के दौरान ऑफिस बंद कर कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया.

एजेंसियों की निगरानी के लिए टीम गठित

मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2020 में यूएनसीटीएडी ने इस महामारी में एजेंसियों की प्रतिक्रिया की निगरानी करने के लिए एक टीम गठित की गई है. यूएनसीटीएडी ने अप्रैल और जुलाई 2020 में ‘आईपीए ऑब्जर्वर प्रकाशनों में निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की ओर से किए गए सर्वश्रेष्ठ कामों को प्रकाशित किया. संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार-2020 प्रदान करने के लिए कोविड-19 महामारी को एजेंसियों के कामों के मूल्यांकन का आधार बनाया गया है.

इन्वेस्ट इंडिया के प्रयासों को किया उजागर

जयराम ठाकुर ने कहा कि यूएनसीटीएडी ने अपने विभिन्न प्रकाशनों जैसे द बिजनेस इम्युनिटी प्लेटफॉर्म, एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट फर्म वेबिनार सीरिज, सोशल मीडिया के माध्यम से इन्वेस्ट इंडिया की ओर से अपनाए गए नवाचार प्रयासों को व्यापक तौर पर उजागर किया गया. इन्वेस्ट इंडिया ने यूएनसीटीएडी के उच्च स्तरीय विचार-विमर्श सत्रों में निवेश प्रोत्साहन, सुविधा एवं संरक्षण के लिए अपनाई जाने वाली दीर्घकालीन रणनीतियों और कार्यकलापों को भी सांझा किया.
पीएम की सोच का प्रमाण

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग दोनों पर बल देते हुए भारत को निवेश गंतव्य बनाने की सोच का प्रमाण है. इससे पीएम का सरकार की कार्यप्रणाली में उत्कृष्टता लाने पर बल देने का प्रमाण भी मिलता है.

कई अन्य देशों को मिल चुका पुरस्कार

जयराम ठाकुर ने कहा कि यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से कोविड-19 महामारी के प्रभावी प्रबंधन को भी प्रदर्शित करता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के लिए उच्चतम पुरस्कार है. उन्होंने कहा कि यूएनसीटीएडी एक केंद्रीय एजेंसी है, जो निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के प्रदर्शन की निगरानी और वैश्विक श्रेष्ठ कामों को चिन्हित करती है. इससे पहले जर्मनी, दक्षिणी कोरिया और सिंगापुर आदि देशों को भी यह पुरस्कार मिल चुका है.

पढ़ें: कोविड मानक संचालन प्रक्रिया का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करें: मुख्यमंत्री

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इन्वेस्ट इंडिया की ओर से 2020 संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार (यूएनसीटीएडी) प्राप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार का उद्देश्य विश्व की श्रेष्ठ निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को सम्मानित करना है. यह पुरस्कार यूएनसीटीएडी की ओर से विश्व में 180 राष्ट्रीय निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों द्वारा किए गए कामों के मूल्यांकन के आधार पर दिया जाता है.

कोरोना ने पैदा हुई कई चुनौतियां

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों (आईपीए) के सामने बहुत-सी चुनौतियां पैदा की हैं. इस कारण एजेंसियों को सामान्य निवेश प्रोत्साहन से हटकर संकट प्रबंधन की सुविधा, सरकारी आपातकाल की अधिसूचना एवं आर्थिक राहत उपाय, संकट के समय सहायता सेवाओं के प्रावधान जैसे राष्ट्रीय कोविड-19 व्यापार प्रतिक्रिया प्रयासों पर बल देना पड़ा है. यह सब तब किया गया जब लॉकडाउन के दौरान ऑफिस बंद कर कर्मचारियों को घर से काम करने को कहा गया.

एजेंसियों की निगरानी के लिए टीम गठित

मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2020 में यूएनसीटीएडी ने इस महामारी में एजेंसियों की प्रतिक्रिया की निगरानी करने के लिए एक टीम गठित की गई है. यूएनसीटीएडी ने अप्रैल और जुलाई 2020 में ‘आईपीए ऑब्जर्वर प्रकाशनों में निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों की ओर से किए गए सर्वश्रेष्ठ कामों को प्रकाशित किया. संयुक्त राष्ट्र निवेश प्रोत्साहन पुरस्कार-2020 प्रदान करने के लिए कोविड-19 महामारी को एजेंसियों के कामों के मूल्यांकन का आधार बनाया गया है.

इन्वेस्ट इंडिया के प्रयासों को किया उजागर

जयराम ठाकुर ने कहा कि यूएनसीटीएडी ने अपने विभिन्न प्रकाशनों जैसे द बिजनेस इम्युनिटी प्लेटफॉर्म, एक्सक्लूसिव इन्वेस्टमेंट फर्म वेबिनार सीरिज, सोशल मीडिया के माध्यम से इन्वेस्ट इंडिया की ओर से अपनाए गए नवाचार प्रयासों को व्यापक तौर पर उजागर किया गया. इन्वेस्ट इंडिया ने यूएनसीटीएडी के उच्च स्तरीय विचार-विमर्श सत्रों में निवेश प्रोत्साहन, सुविधा एवं संरक्षण के लिए अपनाई जाने वाली दीर्घकालीन रणनीतियों और कार्यकलापों को भी सांझा किया.
पीएम की सोच का प्रमाण

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग दोनों पर बल देते हुए भारत को निवेश गंतव्य बनाने की सोच का प्रमाण है. इससे पीएम का सरकार की कार्यप्रणाली में उत्कृष्टता लाने पर बल देने का प्रमाण भी मिलता है.

कई अन्य देशों को मिल चुका पुरस्कार

जयराम ठाकुर ने कहा कि यह पुरस्कार भारत सरकार की ओर से कोविड-19 महामारी के प्रभावी प्रबंधन को भी प्रदर्शित करता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पुरस्कार निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के लिए उच्चतम पुरस्कार है. उन्होंने कहा कि यूएनसीटीएडी एक केंद्रीय एजेंसी है, जो निवेश प्रोत्साहन एजेंसियों के प्रदर्शन की निगरानी और वैश्विक श्रेष्ठ कामों को चिन्हित करती है. इससे पहले जर्मनी, दक्षिणी कोरिया और सिंगापुर आदि देशों को भी यह पुरस्कार मिल चुका है.

पढ़ें: कोविड मानक संचालन प्रक्रिया का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करें: मुख्यमंत्री

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