ठियोग/शिमला: कोरोना महामारी के बीच अब हिमाचल के बागवान फलों के सीजन के लिए तैयार है. प्रदेश की मुख्य आय का साधन सेब अब प्रदेश की मंडियों में आने लगा है. इसके साथ आड़ू, प्लम और नाशपाती की दस्तक से मंडियों की रौनक बढ़ रही है और विदेशी किस्म की वैरायटी अब प्रदेश में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही हैं.
सेब के साथ नाशपती के दाम भी इन दिनों हर किसी को लुभा रहे हैं और सेब के मुकाबले बागवानों को नाशपती के दाम अच्छे मिल रहे हैं. नाशपती की कई किस्मों में जल्द तैयार होने वाली नाशपती अब बाजार में आने लगी है.
ठियोग की पराला मंडी में अर्ली वैरायटी के सेब के साथ नाशपती भी व्यापारियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. पराला मंडी में कारमैन नाशपती की धमेकदार एंट्री हुई है. मंडी मे 9 किलोग्राम कारमैन नाशपाती के हॉफ बॉक्स के दाम 1200 रुपये मिले हैं, जिससे बागवानों को अच्छे दाम की आस जग गई है.
कोटखाई के बागवान प्रताप चौहान ने बताया कि पीयर के एक बक्से का वजन 9 किलोग्राम था और इसमें सभी ग्रेड यानी लार्ज से स्परेटर तक एक ही दाम बिका है. आपको बता दे कि कारमैन एक इटालियन नाशपाती है और पांच साल पहले ही हिमाचल में आई. हिमाचल में पैदा होने वाली नाशपाती में सबसे पहले कारमैन नाशपाती तैयार होती है.