शिमला: समाज ने जहां महिलाओं के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं. वहीं, आज महिलाएं उन मानदंडों को तोड़कर खुद को हर एक क्षेत्र में साबित कर रही हैं. ऐसी ही मिसाल कायम की है मथुरा की पूजा यादव ने जो रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अकेली ही अपनी रॉयल एनफील्ड पर मथुरा से राजधानी शिमला पहुंची.
पूजा यादव महिला बाइक राइडर हैं. इतना ही नहीं बाइक राइडर होने के साथ-साथ एक अहम जिम्मेवारी निभाने का प्रण भी उन्होंने लिया है और वो है अलग-अलग राज्यों में अपनी बाइक से राइड कर लोगों को रोड सेफ्टी और हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक करना.
पूजा यादव अब तक देश के 34 शहरों में लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक कर चुकी हैं. शिमला पहुंची पूजा यादव ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि महिलाओं को खासकर सफर करते समय अपनी सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हेलमेट लगाना जरूरी है.
महिला बाइक राइडर की यात्रा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और 34 शहरों से होते हुए दिल्ली से पंजाब और फिर हिमाचल पहुंची है. ये पहली मर्तबा है कि उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र में बुलेट चलाई है. यहां पहुंचकर उन्हें जहां तीखे मोड़ों पर बाइक चलाने में थोड़ा डर भी लगा, लेकिन साथ उन्हें सफर रोमाचकारी भी लगा.
बता दें कि पूजा ने चार साल पहले बाइक चलाना सिखा है बाइक चलाना सीखने के बाद उन्होंने तय किया कि वो महिलाओं के बीच सड़क सुरक्षा का संदेश लेकर जाएंगी. पूजा को चलाना उनके पति ने ही सिखाया है जो खुद भी एक बाइक राइडर हैं. पूजा ने बताया कि उनका ये अभियान 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 4 नवंबर तक चलेगा. इस तय समय में वो दिल्ली, पंजाब, हिमाचल होते हुए उत्तराखंड में इस यात्रा का समापन करेंगी.
पूजा यादव ने कहा कि अभी भी सड़क सुरक्षा को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं, जो बढ़ते सड़क हादसों की वजह बन रहा है. खासकर महिलाएं जो बाइक के पीछे बैठती हैं वह हेलमेट नहीं पहनती ऐसे में उनको जागरूक करना उनका मुख्य उद्देश्य है.
शिमला में वे नारकंडा तक अपने संदेश को लेकर जाएंगी. पूजा यादव ने ये भी कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में राइड के दौरान उन्होंने ये महसूस किया कि यहां लोग रोड सेफ्टी को लेकर जागरूक हैं. ज्यादातर लोग हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में सड़क हादसे घुमावदार सड़कों की वजह से होते हैं.