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रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक कर रही ये महिला बाइक राइडर, 34 शहरों से होते हुए पहुंची शिमला

मथुरा की बाइक राइडर रोड सेफ्टी और हेलमेट पहनने के लिए लोगों को जागरूक कर रही हैं. पूजा यादव 36 शहरों से होते हुए शिमला पहुंची हैं.

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Published : Oct 24, 2019, 5:10 PM IST

पूजा यादव (डिजाइन फोटो)

शिमला: समाज ने जहां महिलाओं के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं. वहीं, आज महिलाएं उन मानदंडों को तोड़कर खुद को हर एक क्षेत्र में साबित कर रही हैं. ऐसी ही मिसाल कायम की है मथुरा की पूजा यादव ने जो रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अकेली ही अपनी रॉयल एनफील्ड पर मथुरा से राजधानी शिमला पहुंची.

पूजा यादव महिला बाइक राइडर हैं. इतना ही नहीं बाइक राइडर होने के साथ-साथ एक अहम जिम्मेवारी निभाने का प्रण भी उन्होंने लिया है और वो है अलग-अलग राज्यों में अपनी बाइक से राइड कर लोगों को रोड सेफ्टी और हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक करना.

पूजा यादव अब तक देश के 34 शहरों में लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक कर चुकी हैं. शिमला पहुंची पूजा यादव ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि महिलाओं को खासकर सफर करते समय अपनी सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हेलमेट लगाना जरूरी है.

महिला बाइक राइडर की यात्रा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और 34 शहरों से होते हुए दिल्ली से पंजाब और फिर हिमाचल पहुंची है. ये पहली मर्तबा है कि उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र में बुलेट चलाई है. यहां पहुंचकर उन्हें जहां तीखे मोड़ों पर बाइक चलाने में थोड़ा डर भी लगा, लेकिन साथ उन्हें सफर रोमाचकारी भी लगा.

वीडियो.

बता दें कि पूजा ने चार साल पहले बाइक चलाना सिखा है बाइक चलाना सीखने के बाद उन्होंने तय किया कि वो महिलाओं के बीच सड़क सुरक्षा का संदेश लेकर जाएंगी. पूजा को चलाना उनके पति ने ही सिखाया है जो खुद भी एक बाइक राइडर हैं. पूजा ने बताया कि उनका ये अभियान 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 4 नवंबर तक चलेगा. इस तय समय में वो दिल्ली, पंजाब, हिमाचल होते हुए उत्तराखंड में इस यात्रा का समापन करेंगी.

पूजा यादव ने कहा कि अभी भी सड़क सुरक्षा को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं, जो बढ़ते सड़क हादसों की वजह बन रहा है. खासकर महिलाएं जो बाइक के पीछे बैठती हैं वह हेलमेट नहीं पहनती ऐसे में उनको जागरूक करना उनका मुख्य उद्देश्य है.

शिमला में वे नारकंडा तक अपने संदेश को लेकर जाएंगी. पूजा यादव ने ये भी कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में राइड के दौरान उन्होंने ये महसूस किया कि यहां लोग रोड सेफ्टी को लेकर जागरूक हैं. ज्यादातर लोग हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में सड़क हादसे घुमावदार सड़कों की वजह से होते हैं.

शिमला: समाज ने जहां महिलाओं के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं. वहीं, आज महिलाएं उन मानदंडों को तोड़कर खुद को हर एक क्षेत्र में साबित कर रही हैं. ऐसी ही मिसाल कायम की है मथुरा की पूजा यादव ने जो रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अकेली ही अपनी रॉयल एनफील्ड पर मथुरा से राजधानी शिमला पहुंची.

पूजा यादव महिला बाइक राइडर हैं. इतना ही नहीं बाइक राइडर होने के साथ-साथ एक अहम जिम्मेवारी निभाने का प्रण भी उन्होंने लिया है और वो है अलग-अलग राज्यों में अपनी बाइक से राइड कर लोगों को रोड सेफ्टी और हेलमेट पहनने के प्रति जागरूक करना.

पूजा यादव अब तक देश के 34 शहरों में लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति जागरूक कर चुकी हैं. शिमला पहुंची पूजा यादव ने ईटीवी से खास बातचीत में कहा कि महिलाओं को खासकर सफर करते समय अपनी सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए हेलमेट लगाना जरूरी है.

महिला बाइक राइडर की यात्रा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और 34 शहरों से होते हुए दिल्ली से पंजाब और फिर हिमाचल पहुंची है. ये पहली मर्तबा है कि उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र में बुलेट चलाई है. यहां पहुंचकर उन्हें जहां तीखे मोड़ों पर बाइक चलाने में थोड़ा डर भी लगा, लेकिन साथ उन्हें सफर रोमाचकारी भी लगा.

वीडियो.

बता दें कि पूजा ने चार साल पहले बाइक चलाना सिखा है बाइक चलाना सीखने के बाद उन्होंने तय किया कि वो महिलाओं के बीच सड़क सुरक्षा का संदेश लेकर जाएंगी. पूजा को चलाना उनके पति ने ही सिखाया है जो खुद भी एक बाइक राइडर हैं. पूजा ने बताया कि उनका ये अभियान 21 अक्टूबर से शुरू हुआ है जो 4 नवंबर तक चलेगा. इस तय समय में वो दिल्ली, पंजाब, हिमाचल होते हुए उत्तराखंड में इस यात्रा का समापन करेंगी.

पूजा यादव ने कहा कि अभी भी सड़क सुरक्षा को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं, जो बढ़ते सड़क हादसों की वजह बन रहा है. खासकर महिलाएं जो बाइक के पीछे बैठती हैं वह हेलमेट नहीं पहनती ऐसे में उनको जागरूक करना उनका मुख्य उद्देश्य है.

शिमला में वे नारकंडा तक अपने संदेश को लेकर जाएंगी. पूजा यादव ने ये भी कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में राइड के दौरान उन्होंने ये महसूस किया कि यहां लोग रोड सेफ्टी को लेकर जागरूक हैं. ज्यादातर लोग हेलमेट का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में सड़क हादसे घुमावदार सड़कों की वजह से होते हैं.

Intro: समाज में जहां महिलाओं के लिए कुछ मानदंड तय कर दिए हैं वही आज महिलाएं उन मानदंडों को तोड़कर खुद को हर एक क्षेत्र में साबित कर रही हैं। ऐसी ही एक मिसाल कायम की है मथुरा की पूजा यादव ने जो रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अकेली ही अपनी रॉयल एनफील्ड थंडरबर्ड पर बुलेट पर राजधानी शिमला पहुंची है। पूजा यादव एक महिला बाइक राइडर है। इतना ही नहीं बाइक राइडर होने के साथ-साथ एक अहम जिम्मेवारी निभाने का प्रण भी उन्होंने लिया है और वह जिम्मेवारी यह है कि वह अलग-अलग राज्यों में अपनी बाइक पर पहुंचकर वहां लोगों को रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति जागरूक करेंगी। 34 शहरों की यात्रा पूरी करने के बाद अब पूजा यादव प्रदेश की राजधानी शिमला पहुंची है। शिमला पहुंची पूजा पूजा यादव ने ईटीवी से खास बातचीत में बताया कि वह रोड सेफ्टी और हेलमेट के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक विशेष यात्रा पर निकली है। हिमाचल में वह शिमला पहुंची है ओर यहां भी लोगों को खासकर महिलाओं को रोड सेफ्टी ओर हेलमेट के बारे में जागरूक करेंगी।


Body:पूजा यादव की है यात्रा राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश तेलंगाना, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और 34 शहरों में होते हुए दिल्ली से पंजाब और पंजाब से हिमाचल में पहुंची है। हालांकि यह पहली मर्तबा है कि उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र में अपनी बुलेट चलाई है। यहां पहुंचकर उन्हें जहां तीखे मोड़ों पर बाइक चलाने में थोड़ा डर भी लगा लेकिन साथ में ही उन्हें यह सफर बेहद ही रोमांचकारी भी लगा है। पूजा यादव जिन्होंने मात्र 4 साल पहले ही बाइक चलाना सिखा है और इतने कम समय में उन्होंने अपने इस पेंशन को किस तरह से समाज की भलाई के साथ जोड़ा जा सके इसके लिए एक अलग और अनोखा ही तरीका तलाशा है। पूजा यादव एक बेटी,बहु ओर मां भी है ओर इसी के साथ वह एक ऐसी महिला बाइक राइडर है जो लोगों को रोड सेफ्टी पर जागरूक कर रही है। उन्होंने 34 शहरों की इस यात्रा को अपनी बुलेट पर अकेले ही तय किया है ओर महिलाओं के बीच सड़क सुरक्षा का संदेश फैलाया है।


Conclusion:उन्हें बाइक चलाना उनके पति ने ही सिखाया है जो खुद एक बाइक राइडर है। उन्होंने बताया कि अभी भी समाज की सोच महिलाओं के प्रति बदली नहीं है और महिलाओं के लिए मापदंड तय किए गए है कि महिलाएं ये काम नहीं कर सकती। शुरुआत में जब उन्होंने बाइक चलाना सीखा तो उनके साथ भी यह सब हुआ लेकिन परिवार और पति का उन्हें पूरा स्पोर्ट मिला है। जब सड़क सुरक्षा पर लोगों को जागरूक करने का यह आईडिया कहां से आया या कहां से प्रेरणा मिली इसके बारे में पूजा यादव से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब उन्होंने बाइक चलाना सीखा तो उस समय उन्होंने अपने ग्रुप में क़ई हादसों को देखा और उनके बारे में सुना। इसके बाद उन्होंने तय किया की वह अपनी बुलेट पर निकल कर लोगों को सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक करेंगी। ट्रैक्स रोड सेफ्टी एक संस्था के तहत उन्होंने अपनी इस यात्रा को शुरु किया है जो 21 अक्टूबर से शुरू हो कर 4 नवंबर तक चलेगी। इस तय समय ने दिल्ली, पंजाब,हिमाचल ओर उत्तराखंड में इस यात्रा का समापन होगा। पूजा यादव ने कहा कि अभी भी सड़क सुरक्षा को लेकर लोग जागरूक नहीं हैं जो बढ़ते सड़क हादसों की वजह बन रहे है। खासकर महिलाएं जो बाइक के पीछे बैठती है वह हेलमेट नहीं पहनती ऐसे ने उनको जागरूक करना उनका मुख्य उद्देश्य है। शिमला में वह अभी नारकंडा जाएंगी। उन्होंने कहा कि यहां आ कर उन्हें अच्छा लग रहा है और यहां की वादियां बेहद सुंदर है।

बॉक्स:
हिमाचल में नियमों को लेकर लोग काफी जागरूक, परिवहन निगम के अधिकारी भी कर रहे काम

पूजा यादव ने बताया कि अन्य राज्यों के मुकाबले हिमाचल में राइड के दौरान उन्होंने यह महसूस किया है कि यहां लोग रोड सैफ्टी को लेकर जागरूक है। ज्यादातर लोग हेलमेट का इस्तेमाल करते है। वहीं यहां सड़के ज्यादा घुमावदार है तो यहां हादसों का डर भी ज्यादा रहता है। इसके साथ ही उन्होंने शिमला पहुंच कर परिवहन निगम के अधिकारियों से भी मुलाकात की तो उन्हें यह जानकर अच्छा लगा कि वह सड़क सुरक्षा को लेकर अलग-अलग अभियान चला रहे है। यहां तक कि स्कूल स्तर भी बच्चों को भी रोड सेफ्टी को लेकर जागरूक किया जा रहा है। जो बेहद अच्छी पहल है।
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