हमीरपुर: हिमाचल प्रदेश सरकार ने पिछले 3 महीने में हिमाचल में कुल कितना खर्च किया है. क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री या किसी मंत्री ने इसे लेकर प्रदेश की जनता को कुछ नहीं बताया है. प्रदेश सरकार के प्रयासों को जनता के सामने रखने के बजाय कांग्रेस के लोग उल्टी राजनीति करते हैं. हमीरपुर प्रवास के दौरान केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़सर में मीडिया कर्मियों से रूबरू होते हुए यह बयान दिया है. अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह समय मदद करने का है राजनीति करने का नहीं है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मुख्यमंत्री सुक्खू के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि कुछ लोग आपदा में राजनीति करते हैं और राजनीति का अवसर तलाश करते हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए एक नहीं चार किस्तों में 862 करोड़ रुपये मोदी सरकार ने दिए तो 11 हजार घर मंजूर करवाए हैं तो मनरेगा में ज्यादा से ज्यादा पैसा मंजूर करवाया है.
आपको बता दें कि बड़सर के लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में रविवार दोपहर के समय में केंद्रीय सूचना प्रसारण एंव खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने लोगों की जनमस्याएं सुनी. रेस्ट हाउस में पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कई समस्याओं का मौके पर ही निपटारा भी किया और बाकी बची हुई समस्याओं को जल्द सुलझाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए. इस अवसर पर पूर्व विधायक बलदेव शर्मा, जिला अध्यक्ष देशराज शर्मा के अलावा डीएसपी लालमण शर्मा भी मौजूद रहे. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि हमीरपुर जिले के बड़सर में जनता की समस्याओं को सुनकर निपटाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बहुत सारी जनसमस्याएं लोगों की सामने आई है जिसके लिए सांसद निधि से लोगों की मदद की जा रही है तो मनरेगा के माध्यम से काम को पूरा किया जा रहा है.
बड़सर में केंद्रीय विद्यालय खोलने के सवाल पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि बड़सर में केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए प्रयास तेज किए हैं. पिछले साल ही प्रस्ताव भी बनकर चला गया है. उन्होंने बताया कि विद्यालय के लिए जमीन का चयन भी किया गया है. उन्होंने कहा कि देश भर के स्कूलों को मंजूरी देने के लिए कमेटी बिठाएंगे. जिसके लिए जल्द अनुमति मिलेगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के द्वारा स्टेडियम बनाने के लिए प्रस्ताव भेजना होता है, लेकिन अभी तक सरकार ने ऐसा नहीं किया है जिसकी वजह से काम लटका हुआ है और पैसा मंजूर नहीं हो पाया है.