शिमला : हिमाचल में कांग्रेस विधायक दल का नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू को चुन लिया गया है. इसके साथ ही ये तय हो गया है कि सुखविंदर सुक्खू ही हिमाचल के अगले मुख्यमंत्री होंगे. कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले के बाद एक बार फिर हिमाचल की सरदारी हमीरपुर जिले को मिल गई है. पिछले करीब 25 सालों में तीसरी बार है जब प्रदेश का मुख्यमंत्री हमीरपुर जिले से होगा.
प्रेम कुमार धूमल दो बार मुख्यमंत्री बने- सुखविंदर सिंह सुक्खू से पहले प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर जिले से संबंध रखने वाले मुख्यमंत्री थे. जो दो बार हिमाचल प्रदेश के सीएम बने. प्रेम कुमार धूमल साल 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री बने थे जब बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियों को 31-31 सीटें मिली थी लेकिन कांग्रेस से अलग होकर पंडित सुखराम की बनाई हिमाचल विकास कांग्रेस पार्टी ने अपने 5 विधायकों का समर्थन बीजेपी को दे दिया. और हमीरपुर जिले को पहली बार सरदारी मिली.
साल 2007 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटें जीतकर बीजेपी ने फिर से सरकार बनाई थी. जिसके बाद प्रेम कुमार दूसरी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बने थे. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भी बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल को सीएम फेस बनाया था लेकिन प्रेम कुमार धूमल चुनाव सुजानपुर सीट से चुनाव हार गए थे.
अब सुखविंदर सिंह सुक्खू को कमान- सुखविंदर सिंह सुक्खू हमीरपुर जिले की नादौन सीट से विधायक हैं और इस बार वो चौथी बार विधानसभा पहुंचे हैं. इस तरह से 1998 से अब तक हुए 6 चुनावों में हर बार हमीरपुर जिले से मुख्यमंत्री का दावेदार रहा है फिर चाहे कांग्रेस पार्टी हो या फिर बीजेपी.
राजनीतिक रूप से सक्रिय हमीरपुर- वैसे तो हमीरपुर जिले में सिर्फ 5 विधानसभा सीटें हैं लेकिन हमीरपुर संसदीय क्षेत्र भी है. जिसमें बिलासपुर, ऊना और हमीरपुर जिला आता है. हमीरपुर जिले की पहचान राजनीतिक रूप से सक्रिय जिले में रही है. यहां से प्रेम कुमार धूमल मुख्यमंत्री के अलावा सांसद भी बन चुके हैं. उनके बेटे अनुराग ठाकुर भी इसी हमीरपुर लोकसभा सीट से सांसद हैं और अब मोदी सरकार में मंत्री हैं. हमीरपुर जिले में बीजेपी के आईडी धीमान और ठाकुर जगदेव के अलावा कांग्रेस नारायण चंद पराशर हमीरपुर जिले से मंत्री रहे हैं. नारायण चंद पराशर नादौन सीट से ही विधायक थे, उनके बाद सुखविंदर सुक्खू ही इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.