शिमला: भाजपा पूर्व सरकार के समय चलाई गई प्राकृतिक खेती किसान योजना को बंद करने का आरोप लगा रही है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने प्राकृतिक खेती योजना को बंद किए जाने पर सवाल उठाए हैं. कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने इस पर कहा है कि पूर्व सरकार ने प्राकृतिक खेती के नाम पर कार्यक्रमों, संगोष्ठियों पर पैसा खर्च किया.
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कृषि मंत्री चंद्र कुमार ने भाजपा द्वारा सवाल उठाए जाने पर कहा कि पूर्व भाजपा सरकार ने ऑर्गेनिक खेती के पैसे को पैसे को डायवर्ट कर प्राकृतिक खेती के नाम ढिंढोरा पीटा. उन्होंने कहा कि 8 करोड़ का बजट केवल विश्वविद्यालय के कार्यक्रमों में खर्च किया गया, जबकि जमीनी स्तर पर कोई बदलाव नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्राकृतिक खेती के नाम पर विश्विद्यालयों में संगोष्ठी, कार्यक्रम कराने के बजाय लोगों के बीच जाकर ऑर्गेनिक खेती को लेकर आने वाले समय में आगे बढ़ेगी.
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चंद्र कुमार ने कहा कि प्राकृतिक खेती हिमाचल प्रदेश में कोई नई अवधारणा नहीं है, प्राकृतिक खेती वर्षों से गांव के लोग हिमाचल में करते आ रहे हैं.अब खेती करने के आयाम बदले हैं, खेती अब लोग नए ढांचे के साथ कर रहे है और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा हर एक ब्लॉक में केंद्र बिंदु स्थापित कर ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. कृषि मंत्री ने भाजपा को दी नसीहत और कहा पॉलीहाउस और हेलनेट सब्सिडी पर सवाल उठाने से पहले गौर करें सब्सिडी केंद्र सरकार ने कम की है, जबकि प्रदेश सरकार अपनी तरफ से सब्सिडी किसानों किसने बागवानों को मुहैया करा रही है.
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