शिमला: राजधानी शिमला में बारिश से हो रहे नुकसान का सिलसिला लगातार जारी है. शिव बावड़ी में हुए लैंडस्लाइड के बाद अब उसके समीप एमआई रूम्स में बने घरों को भी खतरा मंडरा रहा है. मकान के नजदीक जमीन धंसने से बुधवार सुबह चार मकान खाली करवाए गए हैं. पानी की निकासी गलत दिशा में होने की वजह से बिल्डिंग के पास दरारें आना शुरू हो गई हैं. यहां के लोग अभी अपनों को खोने के गम से भी नहीं उभर पाए कि दूसरी मुसीबत चौखट पर दस्तक दे चुकी है. लिहाजा अपने मकानों को छोड़कर अब किराए के कमरों में रहने को मजबूर हो गए हैं.
'जिंदगी भर की कमाई मिट्टी में मिल गई': मकान मालिक नरेश मेहता का कहना है कि सारी उम्र की कमाई जिस घर पर खर्च की आज इसे छोड़कर जाना पड़ रहा है. इस उम्मीद से घर बनाया था कि उम्र के एक पढ़ाव पर आकर आराम से सुख सुविधाओं के साथ रहेंगे, लेकिन लगता है भगवान को कुछ और ही मंजूर है. उन्होंने कहा कि भारी मन से घर खाली करना पड़ रहा है.
कृष्णा नगर में खाली करवाए मकान: बीते दिन कृष्णा नगर में भूस्खलन में स्लॉटर हाउस पर गिरे 4 से 5 मकानों को 3-4 दिन पहले ही खाली करवाया था. जिसमें लगभग 15 परिवार थे. उन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा है.
हिमलैंड में भी खाली कराएं फ्लैट: हिमलैंड में भी बिल्डिंग के सामने लैंडस्लाइड होने से 12 परिवारों को शिफ्ट कर दिया गया हैं. यहां 2 बहुमंजिला मकान कभी भी जमींदोज हो सकते हैं. इस जगह कुछ दिन पहले लैंडस्लाइड हुआ था, लेकिन अब दोबारा से मिट्टी गिरना शुरू हो गई है. भवन के साथ देवदार के पेड़ भी झुक गए हैं और एक बिल्डिंग में भी हल्का झुकाव लग रहा है. प्रभावित जगह पर शिमला पुलिस एसपी की मौजूदगी में ड्यूटी दे रही हैं. वहीं, बीते कल कृष्णानगर से भी 15 से 18 परिवार सुरक्षित स्थान पर भेजे गए हैं. इस मानसून लैंडस्लाइड व जमीन धंसने की घटनाओं से लोग दहशत में आ गए हैं.
सर्कुलर रोड भी किया गया बंद: हिमलैंड में दो मकान को खतरे के बाद शिमला की लाइफलाइन कहे जाने वाला सर्कुलर रोड छोटे वाहनों के लिए भी बंद कर दिया गया है. बसों और बड़े वाहनों की आवाजाही दो दिन पहले से ही नहीं हो रही है. एसपी शिमला संजीव गांधी का कहना है कि किसी तरह का कोई जानी नुकसान न हो इसलिए भवन को खाली किया गया है. उन्होंने कहा कि सुबह से पुलिस जवान यहां ड्यूटी दे रहे हैं और लोगों को भी यहां से न आने की हिदायत दी जा रही है.