शिमला: हिमाचल प्रदेश में आसमान से बारिश आफत बनकर बरस रही है. मानसून की बारिश सड़कों, पुलों और पानी की परियोजनाओं, निजी संपत्ति के साथ ही जानी नुकसान पहुंचा रही है. प्रदेश में मानसून शुरू होने से अब तक 6687 करोड़ की क्षति हो चुकी है. यही नहीं बारिश के बाद भूस्खलन और बाढ़ की चपेट में 8477 परिवारों के आशियाने भी क्षतिग्रस्त हो हुए हैं. प्रदेश में बारिश में होने वाले हादसों में 207 लोगों को अपनी जान भी गवांनी पड़ी है. लोक निर्माण विभाग क्षतिग्रस्त सड़कों को बहाल करने के काम में जुटा हुआ है, लेकिन अभी भी प्रदेश में विभिन्न जगहों पर 215 सड़कें बंद हैं.
प्रदेश में अबकी बार मानसून की भारी बारिश से 6687 करोड़ का नुकसान हुआ है. इसमें सबसे ज्यादा 2087 करोड़ का नुकसान लोक निर्माण विभाग को पहुंचा है. प्रदेश में सैकड़ों सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. प्रदेश में 90 पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 19 पुल अबकी भारी बारिश से आई बाढ़ में बह गए. प्रदेश में बंद पड़ी संड़कों को खोलने का काम जारी है. लोक निर्माण विभाग ने सड़कों की बहाली के काम में टिप्पर, जेसीबी सहित 856 मशीनें विभिन्न जगहों पर तैनात कर रखी है, लेकिन अभी भी 215 सड़कें बंद पडी हुई हैं. इनमें लोक निर्माण विभाग शिमला जोन के तहत 95 और मंडी जोन के तहत 94 बंद हैं. कांगड़ा जोन में 20 और हमीरपुर जोन के तहत 5 सड़कें अभी बंद हैं. सड़कें बंद होने से इन पर निर्भर लोगों को भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं.
मानसून की भारी बारिश से पानी की परियोजनाएं भी बड़ी संख्या में क्षतिग्रस्त हुई हैं, जल शक्ति विभाग की करीब 15389 परियोजनाओं को मानसून में क्षति पहुंची है. इनमें 7829 पेयजल परियोजनाएं हैं, जिनमें से करीब 7776 परियोजनाएं अस्थाई तौर पर बहाल कर दी गई हैं. सिंचाई की 2074 परियोजनाएं, फ्लड कंट्रोल की 198 व सीवरेज की 122 परियोजनाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. इसके अलावा करीब 5166 हैंडपंप भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. भारी बारिश से जल शक्ति विभाग को करीब अब तक 1629 करोड़ का नुकसान आंका गया है. इसके अलावा प्रदेश बिजली बोर्ड को 1505 करोड़, कृषि को 167 करोड़ और बागवानी को करीब 144 करोड़ का नुकसान हुआ है. ग्रामीण विकास विभाग को 369 करोड़, शिक्षा विभाग को 118 को नुकसान हुआ है. स्वास्थ्य विभाग को 44 करोड़ और अन्य विभागों को 82 करोड़ का नुकसान आंका गया है.
8477 परिवारों के आशियाने क्षतिग्रस्त: मानसून में बड़ी संख्या में रिहायशी और अन्य भवन भूस्खलन व फ्लड की चपेट में आए हैं. प्रदेश के विभिन्न जिलों में भारी बारिश के बाद 8477 परिवारों के आशियाने बारिश से क्षतिग्रस्त हुए हैं, जिनमें 885 मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं. इसके अलावा 260 दुकानें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं. 2481 से ज्यादा गौशालाएं भी बारिश में ढह गईं. बारिश के दौरान होने वाले हादसों में 207 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, जबकि 241 लोग जख्मी हुई हैं.