शिमला/ऊना: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. राज्य में इस समय पानी और बिजली सहित परिवहन सेवाएं बुरी तरह से बाधित हुई हैं. राज्य में 4883 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं. इस कारण कई इलाकों में पीने के पानी की किल्लत हो गई है. सड़कें बंद होने के कारण बसों के एक हजार से अधिक रूट सस्पेंड किए गए हैं. अकेले जल शक्ति विभाग को 350 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने केंद्र से उदार आर्थिक सहायता की अपील की है. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि भारी बारिश से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के 1007 रूटों को सस्पेंड किया गया है. हिमाचल और हिमाचल से बाहर चलने वाली परिवहन निगम की 452 बसें विभिन्न स्थानों पर बारिश के कारण फंसी हुई हैं. उन्होंने परिवहन निगम के स्टाफ को निर्देश दिए हैं कि जहां पर भी जोखिम हो वहां पर बसों को न चलाया जाए और चालक पूरी सावधानी रखें.
भारी बारिश के कारण जल शक्ति विभाग की 4833 योजनाएं प्रभावित हो चुकी हैं. विभाग को अब तक 350.15 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. यह प्रारंभिक आकलन है. विभाग में ज्यादातर पेयजल योजनाएं नदी, नालों व खड्डों के किनारे होने की वजह से प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा सिंचाई, सीवरेज व बाढ़ नियंत्रण की योजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया प्रदेश में कुल 10067 वाटर सप्लाई स्कीमें हैं. इसमें से 223.63 करोड़ की 3737 पेयजल आपूर्ति योजनाएं, 85.13 करोड़ रुपये की 983 सिंचाई योजनाएं, 30.70 करोड़ रुपये की सीवरेज और 10 करोड़ रुपये की 53 बाढ़ नियंत्रण योजनाएं क्षतिग्रस्त हुई हैं.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग को लगभग 250 करोड़ रुपये की क्षति हुई है. जल का बहाव अत्याधिक होने के कारण पानी सड़कों के ऊपर से होकर बह रहा है. उन्होंने बताया कि ब्यास नदी में आए भारी उफान से कुल्लू के नंगवाई के समीप नदी में फंसे 6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. ऊना-घालूवाल सड़क मार्ग पर लगभग 60 वर्ष पुराने घालूवाल पुल को वाहनों के यातायात के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. इस संबंध में उन्होंने इस पुल को नए सिरे से बनाने के लिए एनएचआई के अधिकारियों व डीसी ऊना को पुल का प्राकलन तैयार कर भेजने को कहा है. उन्होंने कहा कि मुसीबत की इस घड़ी में प्रदेश सरकार लोगों के साथ खड़ी है. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सभी प्रभावितों को हर संभव सहायता व सुरक्षा प्रदान की जा रही है. डिप्टी सीएम ने केंद्र से भी उदार आर्थिक सहायता की अपील की है.
ये भी पढ़ें- अगर पौंग बांध का पानी खतरे के निशान से ऊपर गया तो खोले जाएंगे गेट, सावधानी बरतें लोग: DC Kangra