शिमला: 7 सितंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के मानसून सत्र पर इस बार कोरोना का साया मंडरा रहा है. जिसे देखते हुए सत्र के दौरान एंट्री पास कम बन रहे हैं, वहीं सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों की संख्या भी 20% कम लगाई जाएगी. कोरोना महामारी के खतरे को देखते हुए थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही विधानसभा परिसर में एंट्री दी जाएगी. वहीं, कम जवानों की तैनाती के बावजूद भी सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहेगी.
एएसपी शिमला सिटी प्रवीर ठाकुर ने बताया कि विधानसभा सत्र के दौरान आम तौर पर 300 के आसपास जवान सुरक्षा में लगाए जाते थे, लेकिन इस बार कोरोना के खतरे को देखते हुए पुलिस के जवानों के खुद की सुरक्षा और विधानसभा की सुरक्षा के मद्देनजर जवानों की कम तैनाती होगी.
एएसपी शिमला ने कहा कि कम पुलिस बल की तैनाती के बावजूद विधानसभा की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि महामारी से बचने के लिए मास्क, सेनेटाइजिंग और थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है ताकि महामारी से बचा जा सके.
गौरतलब है कि प्रतिवर्ष 400 के लगभग पुलिस जवान विधानसभा सत्र में सुरक्षा के लिए मौजूद रहते थे, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण सुरक्षा में भी 20 फीसदी की कटौती की गयी है, हालंकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी.
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