शिमला: सोमवार को चंडीगढ़, मोहाली, पंचकुला और आसपास के राज्यों व विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हिमाचल प्रदेश के 4 जिलों के 1239 लोगों को उनके घर द्वार पहुंचाया गया. इन वापिस लाए गए लोगों में मंडी जिला के 622 लोग, बिलासपुर जिला के 365, कुल्लू जिला के 191 और लाहौल-स्पीति जिला के 61 लोग शामिल हैं.
सरकार की ओर से वापिस लाए गए सभी लोगों की स्वास्थ्य जांच की जाएगी, जिससे उनमें कोरोना वायरस के लक्षणों का पता लगाया जा सके और उसके बाद उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा जाएगा. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि बाहरी राज्यों विशेषकर रेड या ऑरेंज जोन से वापिस हिमाचल आने वाले लोगों को होम क्वारंटाइन में रहना होगा और इसके साथ ही वह अपने परिजनों के साथ भी उचित दूरी बनाएं रखें.
सीएम ने कहा कि बाहरी राज्यों से आए लोगों की यह नैतिक जिम्मेवारी है कि वह प्रदेश सरकार के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें और होम क्वारंटाइन में रहकर रहकर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ अपना अहम योगदान दें.
मुख्यमंत्री ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रदेश के लोगों को वापिस लाने में विशेष सेवाएं प्रदान करने के लिए हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों के चालकों और परिचालकों का आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाहरी राज्यों में फंसे प्रदेश के लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है.
बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने व बचाव के लिए प्रदेश में लॉकडाउन व कर्फ्यू लगाया गया है. इसके चलते हिमाचल के कई लोग बाहरी राज्यों में और बाहरी राज्यों के कई लोग प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में फंसे हुए है. वहीं, सरकार की ओर से अभी कई लोगों को घर पंहुचाया गया है. राजधानी शिमला से भी कई कश्मीरी मजदूरों को लखनपुर बॉर्डर से उनके घर के लिए रवाना किया गया है.