मंडी: जिला में आपदा प्राधिकरण ने मीडिया कर्मियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया. कार्यशाला में आपदा के दौरान प्रशासन और मीडिया की भूमिका और चुनौतियों पर चर्चा की गई. डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर की अध्यक्षता में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया .
कार्यशाला के दौरान पत्रकारों ने प्रशासन के साथ आपदा के समय रिपोर्टिंग में पेश आने वाली परेशानियों और उनके समाधान के बारे में विचार विमर्श किया. डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ मीडिया सही तथ्यों के आधार पर जानकारी लोगों तक पहुंचाता है. उन्होंने कहा कि आज के समय में सोशल मीडिया सबसे बड़ी चुनौती है. इसमें सही जानकारी के अभाव में लोग गलत जानकारी शेयर कर रहे हैं, जिससे समाज विरोधाभास पैदा होता है. इसी कारण लोगों के बीच रियल मीडिया की अहमियत ज्यादा है.
डीसी ने कहा कि आपदाओं के समय में इस तरह से रिपोर्ट हो कि आपदा आपदा ही रहे और न बढ़ जाए. कई बार छोटी-छोटी घटनाओं से भी एक बडे़ स्तर पर उसका असर होता है, ऐसा जल्दी में बिना किसी अधिकारिक पुष्टि के चलाई गई खबरों से होता है. उन्होंने कहा कि आपदा के समय में सूचनाओं के सही विस्तारण के लिए एक खाका बनाया गया है. इसके तहत सही जानकारी प्रशासन देता है.
इस कार्यशाला में मुख्यअतिथि के अलावा अतिरिक्त उपायुक्त मंडी श्रवण मांटा, उपनिदेश जन संपर्क विभाग कुमारी मंजुला, जन संपर्क अधिकारी सचिन संगर, एचपीयू शिमला के पत्रकारिता विभाग के चेयरमैन प्रो. शशी शर्मा और पत्रकार मुकेश राजपूत समेत कई मीडिया कर्मी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें: चेक बाउंस मामले में आरोपियों को सजा, कारावास के साथ भरना होगा हर्जाना