ETV Bharat / state

ये बच्चे स्कूल पढ़ने जाते हैं या मजदूरी करने, कड़ाके की धूप में ढुलवाई गई भारी-भरकरम पाइपें

स्कूल की दीवारों पर सजावट कर लिखा होता है- कम टू लर्न एंड गो टू सर्व. अब जो तस्वीरें हम आपको दिखा रहें हैं, वो सरकारी स्कूलों पर लिखी इस लाइन के मिनिंग के बिल्कुल विपरित है. जी हां, तस्वीरों में साफ नजर आ रहा है कि मंडी के एक स्कूल में छात्रों को कुछ सिखाया नहीं जा रहा, बल्कि कड़ाके की धूप में छात्रों से मजदूरों की तरह काम करवाया जा रहा है.

डिजाइन फोटो.
author img

By

Published : Jun 15, 2019, 9:48 PM IST

मंडी: प्रदेश में गर्मी को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है, ताकि बच्चों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके, लेकिन मंडी में एक ऐसा भी स्कूल है जहां छात्रों को तपती धूप में मजदूरों की तरह काम करवाया जाता है और इसका सबूत तस्वीरों में पाइपें ढोते दिख रहे छात्र हैं.

दरअसल, मंडी के बल्ह उपमंडल के टावा राजकीय वरिष्ट माध्यमिक स्कूल में छात्रों से गर्मी के मौसम में भरी धुप में काम करवाया गया. सड़क किनारे पानी की पाइपें ढोते छात्रों का वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया.

पाइपें ढोते स्कूली बच्चों का वायरल वीडियो.

वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चे स्कूल के बाहर खड़े ट्रक से पानी की पाइपें उतार रहे हैं, लेकिन इन बच्चों को रोकने वाला कोई नहीं है. बच्चों का ये वीडियो शिक्षा विभाग के सामने एक बड़ा सवाल है कि एक तरफ शिक्षा विभाग और सरकार बेहतर शिक्षा की बात करती है, तो दूसरी तरफ स्कूल में पढ़ने पहुंचे बच्चों को पढ़ाई से दूर रखकर काम करवाया जा रहा है. भारी-भरकम पाइपों को उठाते समय अगर बच्चों के साथ अगर कोई हादसा पेश आ जाता, तो इसका जिम्मेदार कौन होता.

ये भी पढ़ें: कुल्लू की तीर्थन घाटी का रूख कर रहे पर्यटक, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क बन रहा आकर्षण का केंद्र

यह नहीं है कि ऐसी घटना प्रदेश में पहली बार हुई हो, इससे पहले भी कई बार स्कूली छात्रों द्वारा काम करने के कई वीडियो सामने आ चुके हैं. खैर अब देखना ये होगा कि वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल प्रशासन पर कोई कार्रवाई की जाती है या नहीं. इन मामले उच्च शिक्षा उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा ने कहा कि मामले की कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. अगर इस तरह की कोई घटना सामने आई है, तो मामले की जांच की जाएगी.

मंडी: प्रदेश में गर्मी को देखते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है, ताकि बच्चों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके, लेकिन मंडी में एक ऐसा भी स्कूल है जहां छात्रों को तपती धूप में मजदूरों की तरह काम करवाया जाता है और इसका सबूत तस्वीरों में पाइपें ढोते दिख रहे छात्र हैं.

दरअसल, मंडी के बल्ह उपमंडल के टावा राजकीय वरिष्ट माध्यमिक स्कूल में छात्रों से गर्मी के मौसम में भरी धुप में काम करवाया गया. सड़क किनारे पानी की पाइपें ढोते छात्रों का वीडियो वहां मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया.

पाइपें ढोते स्कूली बच्चों का वायरल वीडियो.

वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चे स्कूल के बाहर खड़े ट्रक से पानी की पाइपें उतार रहे हैं, लेकिन इन बच्चों को रोकने वाला कोई नहीं है. बच्चों का ये वीडियो शिक्षा विभाग के सामने एक बड़ा सवाल है कि एक तरफ शिक्षा विभाग और सरकार बेहतर शिक्षा की बात करती है, तो दूसरी तरफ स्कूल में पढ़ने पहुंचे बच्चों को पढ़ाई से दूर रखकर काम करवाया जा रहा है. भारी-भरकम पाइपों को उठाते समय अगर बच्चों के साथ अगर कोई हादसा पेश आ जाता, तो इसका जिम्मेदार कौन होता.

ये भी पढ़ें: कुल्लू की तीर्थन घाटी का रूख कर रहे पर्यटक, ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क बन रहा आकर्षण का केंद्र

यह नहीं है कि ऐसी घटना प्रदेश में पहली बार हुई हो, इससे पहले भी कई बार स्कूली छात्रों द्वारा काम करने के कई वीडियो सामने आ चुके हैं. खैर अब देखना ये होगा कि वीडियो वायरल होने के बाद स्कूल प्रशासन पर कोई कार्रवाई की जाती है या नहीं. इन मामले उच्च शिक्षा उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा ने कहा कि मामले की कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है. अगर इस तरह की कोई घटना सामने आई है, तो मामले की जांच की जाएगी.


लोकेशन सुंदरनगर :
स्लग :
मंडी जिला में शिक्षा विभाग का हाल वेहाल,
सरकारी स्कूल में तपती गर्मी में स्कूली बच्चों से सड़क के किनारे ढुलवाई गई पाईपे,
शिक्षकों को न दुर्घटना की चिंता ना कोई शर्म,
प्रदेश में पहले भी सामने आ चुके है इस तरह के मामले,
मंडी जिला के बल्ह उपमंडल के टावा राजकीय वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला बाहर पेश आया वाक्य,
उच्च शिक्षा उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा ने कहा, मामले की कोई भी शिकायत नहीं हुई है प्राप्त, लेकिन मामले की फीडबैक लेकर की जायेगी जाँच।


सुंदरनगर (नितेश सैनी)

एकर : देशभर के साथ जहा हिमाचल प्रदेश में तपती गर्मी से जनता परेशान है तो दूसरी तरफ प्रदेश के स्कूलो में समय में बदलवा किया गया है। ताकि बच्चों को को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सके। लेकिन मंडी जिला में शिक्षा विभाग का हाल वेहाल है यहाँ पर एक ऐसा स्कूल है जहाँ पर तपती धुप में सड़क के किनारे बच्चों से पानी की पाईपे ढुलवाई गई। वही बच्चों द्वारा पानी की पाईपे 

ढुलवाने का वीडियो वहाँ पर मौजूद किसी सख्स ने अपने कैमरे में कैद कर लिया और सोशल मीडिया पर वायरल कर शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त किया।


जानकारी के अनुसार मंडी जिला के बल्ह उपमंडल के टावा राजकीय वरिष्ट माध्यमिक पाठशाला में छोटे-छोटे बच्चों से गर्मी के मौसम में भरी धुप में काम करवाया गया। काम करवाने का वीडियो वहाँ पर मौजूद किसी सख्श ने अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया। और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि बच्चे स्कूल के बाहर खड़े सिचाई विभाग के ट्रक से पानी की पाईपे उतार रहे है। लेकिन इन को रोकने वाला कोई नहीं है। बच्चों का काम करने का वीडियो वायरल होते ही लोगो में शिक्षा विभाग के प्रति गुस्सा दिखा। वही एक बड़ा सवाल है की एक तरफ शिक्षा विभाग और सरकार बेहतर शिक्षा की बात करती है तो दूसरी तरफ स्कूल में पढ़ने पहुँचे बच्चों से पढाई से दूर रख कर काम करवाया जा रहा है। वही ऐसा सवाल भी उठ रहा है भारी भरकम पाईपे उठाते समय अगर बच्चों के साथ कोई हादसा पेश आ जाता है तो उस का जिमेबार कौन होगा। ऐसा नहीं है की यह घटना हिमाचल प्रदेश में कोई पहली शर्मनाक घटना हो इस से पहले भी कई बार बच्चों के काम करने के वीडियो सामने आ चुके है। अब देखना होगा वीडियो वायरल होने के बाद और मीडिया पर खबर दिखाए जाने के बाद सरकार इस स्कूल के मुख्य अध्यापको पर क्या कार्यवाही करती है।


ब्यान : 


उच्च शिक्षा उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा ने कहा की मामले की कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है अगर इस तरह की कोई घटना सामने आई है तो मामले की जाँच की जायेगी।


ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.