करसोग/मंडी: करसोग के सेरी बंगलों में 9 लाख की लागत से गौसदन बनकर तैयार हो गया है. मंगलवार को करसोग में गौसेवा सदन आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने एसडीएम सहित कई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर गौसदन को 15 दिन में शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं.
बैठक में अधिकारियों को गौसदन कमेटी का गठन करने को भी कहा गया है और पशु पालन विभाग को कमेटी बनते ही पंजीकरण करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. सेरी बंगलों गौसदन में 25 पशुओं को रखने की व्यवस्था होगी. जैसे ही गौसदन शुरू होगा इसके लिए गौसदन आयोग की ओर से 50 हजार के चारे की भी व्यवस्था की जाएगी.
करसोग में बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या से यहां के किसान भी काफी परेशान है. बेसहारा पशु खेतों में घुस कर फसलों को नष्ट कर रहे हैं, जिससे किसानों को हर साल लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. इसको देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने गौसेवा आयोग का गठन किया गया है. जिससे कोई भी बेसहारा गौवंश खुले आसमान के नीचे कडकती ठंड में न रहे और किसानों की फसलें भी नष्ट होने से बच सकें.
गौसेवा आयोग के उपाध्यक्ष ने स्वंय सेवी संगठनों से भी करसोग मे गौ सदन के लिए स्थान देखने को कहा है, जहां 200 से 300 गौवंशों को रखने की व्यवस्था की जा सके. इस अवसर पर समाजसेवियों ने ग्राम पंचायत मैन्डी के चैंरा गांव में सैकंडों वीघा भूमि पर गौ सदन के निर्माण किए जाने की बात कही है.
गौसेवा सदन आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि सेरी बगलों में जल्द गौ सदन शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अतिरिक्त गौ वंश को आश्रय देने के लिए और गौ सदनों का भी निर्माण किया जाएगा.