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सरकाघाट विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला, जनता किस पर जताएगी भरोसा ?

हिमाचल में विधानसभा चुनावों (Himachal Pradesh Assembly Election 2022) के नतीजे आने के लिए अब कुछ दिन ही बचे हैं. ईवीएम में जनता द्वारा कैद कि गई प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला 8 दिसंबर को सामने आ जाएगा. सरकाघाट विधानसभा सीट पर मुकाबला त्रिकोणीय है. क्या है इस सीट पर समीकरण आइए जानते हैं...

Sarkaghat Assembly Seat
Sarkaghat Assembly Seat
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Published : Nov 28, 2022, 10:20 AM IST

मंडी: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सीट संख्या 35 है. यह विधानसभा 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इससे पहले यह सीट गोपालपुर के नाम से जानी जाती थी. मंडी जिले में यह निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है. 2012 के विधानसभा चुनावों में इस क्षेत्र में कुल 75 हजार 670 मतदाता व 2017 में 81 हजार 808 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. 2022 में जिला मंडी में 75.31 प्रतिशत मतदान रहा, जिसमें सरकाघाट में 68.6 फीसदी मतदान हुआ. (Himachal Pradesh elections result 2022) (Sarkaghat Assembly Seat)

6 प्रत्याशी के चुनावी मैदान में: सरकाघाट विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से पवन कुमार, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिलीप ठाकुर, आम पार्टी के उम्मीदवार धमेश्वर राम, बहुजन समाज पार्टी से रमेश चंद, राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी से कैलाश चंद जबकि आजाद उम्मीदवार मुनीष शर्मा सहित कुल 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे पवन ठाकुर को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा विधायक रिटायर्ड कर्नल इंदर सिंह का टिकट काटकर संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर पर भरोसा जताया है.

सरकाघाट में त्रिकोणीय मुकाबला: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी के बीच में ही जंग देखने को मिलती है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनावों में आजाद प्रत्याशी मनीष शर्मा भी दोनों प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देते नजर आए हैं. कांग्रेस प्रत्याशी पवन ठाकुर ने वर्ष 2017 में अपना पहला चुनाव लड़ा था. पवन ठाकुर दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं. आजाद प्रत्याशी मनीष शर्मा भी 2017 में ही चुनावी रण में कूदे थे, इस बार उनका भी दूसरा विधानसभा चुनाव है. भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा विधायक रिटायर्ड कर्नल इंदर सिंह का टिकट काटकर संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर पर दांव खेला है. दिलीप ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं और पार्टी में कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाते आए हैं. हालांकि दिलीप ठाकुर अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन उन्हें फील्ड में रहकर चुनाव लड़ाने का काफी तजुर्बा है.

तीनों उम्मीदवारों की संपत्ति का ब्यौरा: भाजपा प्रत्याशी दिलीप ठाकुर की संपत्ति की बात की जाए तो उनके पास 14 लाख 49 हजार चल और 51 लाख 65 हजार की अचल संपत्ति है. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी पवन ठाकुर के पास 2 करोड़ 34 लाख 18 हजारकी चल व 2 करोड़ 60 लाख की अचल संपत्ति है. इन दोनों प्रत्याशियों पर कोई भी अपराधिक मामला दर्ज नहीं है. वहीं, आजाद प्रत्याशी मुनीष शर्मा पर एक आपराधिक मामला दर्ज है. मनीष शर्मा के पास 11 लाख 94 हजार चल व 30 लाख की अचल संपत्ति है.

अब तक यहां कांग्रेस 7 और भाजपा जीती है 4 चुनाव: इस विधानसभा क्षेत्र में 1972 से 2017 तक हुए चुनावों में 7 बार कांग्रेस और 4 बार भाजपा को जीत मिली है. गोपालपुर गांव के रंगीला राम राव ने 1972 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस के दिग्गज बाबू हरि सिंह को हराकर जीत का सिलसिला शुरु किया. इसके बाद रंगीला राम राव कांग्रेस में शामिल हो गए और लगातार विरोधियों को पटखनी देकर आगे बढ़ते रहे. 1990 में गोपालपुर के भाजपा उम्मीदवार लीला शर्मा ने उनके विजय रथ को रोक कर विधायक पद हासिल किया. 1993 से 2003 के चुनावों में फिर कांग्रेस का वर्चस्व रहा. 2007 में इंद्र सिंह ने दो बार चुनाव हार का मुंह देखने के बाद जीत का स्वाद चखा और तब से विधायक पद पर काबिज है. सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस यहां पर कई गुटों में बंटी हुई है, जिसका लाभ पिछले 15 सालों से भाजपा को मिल रहा है.

2022 में 68.6 फीसदी मतदान: 2022 में जिला मंडी में 75.31 प्रतिशत मतदान रहा, सरकाघाट में 68.6 फीसदी मतदान हुआ. सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में 90 हजार 676 में से 61हजार 483 मतदाताओं ने मतदान किया. इनमें 28011 पुरुष व 33 हजार 471 महिला मतदाता शामिल है. इस बार सरकाघाट में पिछले विधानसभा चुनावों की अपेक्षा कम मत प्रतिशत देखने को मिला. जिले के 10 हलकों में से सरकाघाट में सबसे कम मतदान हुआ. वहीं, 2017 के विधानसभा चुनावों में सरकाघाट में 69.20 फीसदी मतदान रहा था.

सरकाघाट की जनता के मुद्दे: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं की बात की जाए तो यहां की जनता सड़कों व पानी की समस्या से जूझती आई है. वहीं, बेसहारा पशुओं से भी यहां की जनता काफी परेशान है. 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता द्वारा यह मुद्दे भी उठाए गए. वहीं, महंगाई व बेरोजगारी भी इन चुनावों में जनता का मुद्दा रहा. बहरहाल 12 नवंबर को हुए मतदान के बाद सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र से 6 प्रत्याशियों का भविष्य भी ईवीएम में कैद हो गया है. 8 दिसंबर को ईवीएम में बंद मतों की गणना की जाएगी. सरकाघाट की जनता किसे अपना नेता चुनती है चुनावी परिणाम सामने के बाद पता चलेगा.

ये भी पढ़ें: सीएम जयराम समेत इन कैबिनेट मंत्रियों की साख दांव पर, कौन सीट बचा पाएगा और किसका होगा तख्तापलट?

मंडी: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सीट संख्या 35 है. यह विधानसभा 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई. इससे पहले यह सीट गोपालपुर के नाम से जानी जाती थी. मंडी जिले में यह निर्वाचन क्षेत्र अनारक्षित है. 2012 के विधानसभा चुनावों में इस क्षेत्र में कुल 75 हजार 670 मतदाता व 2017 में 81 हजार 808 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. 2022 में जिला मंडी में 75.31 प्रतिशत मतदान रहा, जिसमें सरकाघाट में 68.6 फीसदी मतदान हुआ. (Himachal Pradesh elections result 2022) (Sarkaghat Assembly Seat)

6 प्रत्याशी के चुनावी मैदान में: सरकाघाट विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से पवन कुमार, भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिलीप ठाकुर, आम पार्टी के उम्मीदवार धमेश्वर राम, बहुजन समाज पार्टी से रमेश चंद, राष्ट्रीय देव भूमि पार्टी से कैलाश चंद जबकि आजाद उम्मीदवार मुनीष शर्मा सहित कुल 6 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे पवन ठाकुर को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा विधायक रिटायर्ड कर्नल इंदर सिंह का टिकट काटकर संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर पर भरोसा जताया है.

सरकाघाट में त्रिकोणीय मुकाबला: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस और बीजेपी के बीच में ही जंग देखने को मिलती है. लेकिन पिछले विधानसभा चुनावों में आजाद प्रत्याशी मनीष शर्मा भी दोनों प्रत्याशियों को कड़ी टक्कर देते नजर आए हैं. कांग्रेस प्रत्याशी पवन ठाकुर ने वर्ष 2017 में अपना पहला चुनाव लड़ा था. पवन ठाकुर दूसरी बार चुनावी मैदान में हैं. आजाद प्रत्याशी मनीष शर्मा भी 2017 में ही चुनावी रण में कूदे थे, इस बार उनका भी दूसरा विधानसभा चुनाव है. भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा विधायक रिटायर्ड कर्नल इंदर सिंह का टिकट काटकर संगठनात्मक जिला सुंदरनगर के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर पर दांव खेला है. दिलीप ठाकुर भारतीय जनता पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता हैं और पार्टी में कई अहम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाते आए हैं. हालांकि दिलीप ठाकुर अपना पहला चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन उन्हें फील्ड में रहकर चुनाव लड़ाने का काफी तजुर्बा है.

तीनों उम्मीदवारों की संपत्ति का ब्यौरा: भाजपा प्रत्याशी दिलीप ठाकुर की संपत्ति की बात की जाए तो उनके पास 14 लाख 49 हजार चल और 51 लाख 65 हजार की अचल संपत्ति है. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी पवन ठाकुर के पास 2 करोड़ 34 लाख 18 हजारकी चल व 2 करोड़ 60 लाख की अचल संपत्ति है. इन दोनों प्रत्याशियों पर कोई भी अपराधिक मामला दर्ज नहीं है. वहीं, आजाद प्रत्याशी मुनीष शर्मा पर एक आपराधिक मामला दर्ज है. मनीष शर्मा के पास 11 लाख 94 हजार चल व 30 लाख की अचल संपत्ति है.

अब तक यहां कांग्रेस 7 और भाजपा जीती है 4 चुनाव: इस विधानसभा क्षेत्र में 1972 से 2017 तक हुए चुनावों में 7 बार कांग्रेस और 4 बार भाजपा को जीत मिली है. गोपालपुर गांव के रंगीला राम राव ने 1972 में निर्दलीय चुनाव लड़ा और कांग्रेस के दिग्गज बाबू हरि सिंह को हराकर जीत का सिलसिला शुरु किया. इसके बाद रंगीला राम राव कांग्रेस में शामिल हो गए और लगातार विरोधियों को पटखनी देकर आगे बढ़ते रहे. 1990 में गोपालपुर के भाजपा उम्मीदवार लीला शर्मा ने उनके विजय रथ को रोक कर विधायक पद हासिल किया. 1993 से 2003 के चुनावों में फिर कांग्रेस का वर्चस्व रहा. 2007 में इंद्र सिंह ने दो बार चुनाव हार का मुंह देखने के बाद जीत का स्वाद चखा और तब से विधायक पद पर काबिज है. सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस यहां पर कई गुटों में बंटी हुई है, जिसका लाभ पिछले 15 सालों से भाजपा को मिल रहा है.

2022 में 68.6 फीसदी मतदान: 2022 में जिला मंडी में 75.31 प्रतिशत मतदान रहा, सरकाघाट में 68.6 फीसदी मतदान हुआ. सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में 90 हजार 676 में से 61हजार 483 मतदाताओं ने मतदान किया. इनमें 28011 पुरुष व 33 हजार 471 महिला मतदाता शामिल है. इस बार सरकाघाट में पिछले विधानसभा चुनावों की अपेक्षा कम मत प्रतिशत देखने को मिला. जिले के 10 हलकों में से सरकाघाट में सबसे कम मतदान हुआ. वहीं, 2017 के विधानसभा चुनावों में सरकाघाट में 69.20 फीसदी मतदान रहा था.

सरकाघाट की जनता के मुद्दे: सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में समस्याओं की बात की जाए तो यहां की जनता सड़कों व पानी की समस्या से जूझती आई है. वहीं, बेसहारा पशुओं से भी यहां की जनता काफी परेशान है. 2022 के विधानसभा चुनावों में जनता द्वारा यह मुद्दे भी उठाए गए. वहीं, महंगाई व बेरोजगारी भी इन चुनावों में जनता का मुद्दा रहा. बहरहाल 12 नवंबर को हुए मतदान के बाद सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र से 6 प्रत्याशियों का भविष्य भी ईवीएम में कैद हो गया है. 8 दिसंबर को ईवीएम में बंद मतों की गणना की जाएगी. सरकाघाट की जनता किसे अपना नेता चुनती है चुनावी परिणाम सामने के बाद पता चलेगा.

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