मंडी: सिंगला टॉप में बीते वीरवार को मंडी जिले के लडभड़ोल क्षेत्र के संतोष ठाकुर जो कि BRO में बतौर ड्राइवर तैनात थे उनकी मौत हो गई. वे राशन छोड़ने गए थे, लेकिन अचानक उनकी तबीयत खराब होने से मौत हो गई. वहीं, आज शनिवार को संतोष ठाकुर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. उनके 10 साल के बेटे अक्षित ठाकुर ने शव को मुखाग्नि दी. बता दें कि 39 वर्षीय संतोष ठाकुर सीमा सड़क सुरक्षा संगठन में बतौर चालक के पद पर कार्यरत थे. इस मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस प्रशासन सहित सैकड़ों लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी. संतोष ठाकुर के अंतिम संस्कार के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों सहित, डीएसपी सरकाघाट कुलदीप, जोगिंदरनगर कार्यवाहक थाना प्रभारी गोविंद राम, जोगिंद्रनगर तहसीलदार मुकुल शर्मा, एसआई अनिल कुमार, पूर्व जिला परिषद सदस्य संजीव शर्मा मौजूद रहे.
पुलिस जवानों द्वारा संतोष ठाकुर को सलामी देकर श्रद्धांजलि अर्पित कर दी गई. इससे पूर्व संतोष ठाकुर की अंतिम यात्रा के दौरान 'भारत माता की जय व रिंकू भाई अमर रहे' नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा. गत रात्रि संतोष ठाकुर की पार्थिव दे उनके पैतृक गांव खादर पहुंची. संतोष ठाकुर की पार्थिव देह पैतृक गांव पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया. संतोष ठाकुर की मां और पत्नी पार्थिव शरीर को देखकर कई बार बेसुध हुईं. परिवार अभी भी इस दुख को सहन नहीं कर पा रहा है और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है. गौरतलब है कि बीते वीरवार को तहसील लडभड़ोल के साथ पड़ने वाली ग्राम पंचायत खद्दर के गांव खादर निवासी 39 वर्षीय संतोष ठाकुर पुत्र रोशन लाल ठाकुर सीमा सड़क सुरक्षा संगठन में बतौर चालक के पद पर कार्यरत थे.
वहीं, सिंगला टॉप पर गुरुवार को ड्यूटी के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ गई. जिसके बाद संतोष को उनके साथियों ने सिविल अस्पताल केलांग पहुंचाया. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित किया. वह सोलंग वैली से दूसरे जवानों को राशन छोड़ने के लिए पदम गए थे. राशन छोड़ने के बाद वापसी में पदम के पास सिंगला टॉप में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई. संतोष ठाकुर करीब 10 सालों से सीमा सड़क संगठन में सेवाएं दे रहे थे. संतोष ठाकुर की की मौत से परिजनों सहित समस्त क्षेत्रवासी गमगीन है. संतोष ठाकुर अपने पीछे माता-पिता, पत्नी व बेटा-बेटी छोड़ गए हैं.