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बलग क्षेत्र के गेहरू वन विभाग बीट में अवैध खनन कर सड़क का निर्माण, CM हेल्पलाइन में शिकायत

बलग के गेहरू वन विभाग की बीट में अवैध खनन करके सड़क का निर्माण करने का मामला सामने आया है. इस दौरान तकरीबन 400 देवदार और अन्य वन संपदा को नष्ट किया गया.

Illegal mining in gehru
गेहरू में अवैध निर्माण
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Published : Nov 1, 2020, 11:56 AM IST

सुंदरनगर: उपमंडल सुंदरनगर के अति दुर्गम क्षेत्र बलग के गेहरू वन विभाग की बीट में अवैध खनन करके सड़क का निर्माण करने का मामला सामने आया है. इस दौरान तकरीबन 400 देवदार और अन्य वन संपदा को नष्ट किया गया. वहीं, ग्रामीणों की ओर से मामला विभाग के संज्ञान में लाने पर विभाग इसकी लीपापोती करने में जुट गया है.

इसके चलते ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर शिकायत की और शिकायत नंबर 321236 पर वास्तु स्थिति के बारे में हिमाचल सरकार को अवगत करवाया, लेकिन हैरत की बात यह है कि अभी तक ना तो संबंधित गार्ड बीट ऑफिसर, रेंजर ऑफिसर की ओर से धरातल पर कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.

वीडियो

बताया जा रहा है कि जिस जगह पर यह अवैध तरीके से निर्माण किया गया है. वहां पर बीडीओ सुंदरनगर की ओर से भी बैकवर्ड एरिया सब प्लान के तहत दो लाख रुपए की राशि जारी की गई थी. हैरत की बात यह है कि लंबीधार से हरिजन बस्ती दरसाज के लिए राशि मंजूर थी, लेकिन इस राशि को किसी और दूसरी जगह ही लगा डाला है, जिसके अवैध निर्माण कार्य में देवदार और वन संपदा नष्ट कर दिए गए.

भले ही वन विभाग ने डैमेज रिपोर्ट इस अवैध खनन के कार्य की तैयार कर ली है. लेकिन अभी तक अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दूर दूर तक कोई भी विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है. इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों में हिमाचल सरकार जिला प्रशासन और वन विभाग के रवैए के प्रति गहरा रोष है.

इतना ही नहीं सरकारी धन के दुरुपयोग करके जो निर्माण कार्य किया गया है. उसके लिए तकनीकी कर्मचारियों ने गलत एमबी तक काट डाली है. उधर, वन विभाग के वन मंडल अधिकारी सुभाष पराशर का कहना है कि इस अवैध खनन के कार्य की डैमेज रिपोर्ट तैयार कर दी गई है और काम को फिलहाल रुकवा दिया गया है.

सुंदरनगर: उपमंडल सुंदरनगर के अति दुर्गम क्षेत्र बलग के गेहरू वन विभाग की बीट में अवैध खनन करके सड़क का निर्माण करने का मामला सामने आया है. इस दौरान तकरीबन 400 देवदार और अन्य वन संपदा को नष्ट किया गया. वहीं, ग्रामीणों की ओर से मामला विभाग के संज्ञान में लाने पर विभाग इसकी लीपापोती करने में जुट गया है.

इसके चलते ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1100 पर शिकायत की और शिकायत नंबर 321236 पर वास्तु स्थिति के बारे में हिमाचल सरकार को अवगत करवाया, लेकिन हैरत की बात यह है कि अभी तक ना तो संबंधित गार्ड बीट ऑफिसर, रेंजर ऑफिसर की ओर से धरातल पर कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.

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बताया जा रहा है कि जिस जगह पर यह अवैध तरीके से निर्माण किया गया है. वहां पर बीडीओ सुंदरनगर की ओर से भी बैकवर्ड एरिया सब प्लान के तहत दो लाख रुपए की राशि जारी की गई थी. हैरत की बात यह है कि लंबीधार से हरिजन बस्ती दरसाज के लिए राशि मंजूर थी, लेकिन इस राशि को किसी और दूसरी जगह ही लगा डाला है, जिसके अवैध निर्माण कार्य में देवदार और वन संपदा नष्ट कर दिए गए.

भले ही वन विभाग ने डैमेज रिपोर्ट इस अवैध खनन के कार्य की तैयार कर ली है. लेकिन अभी तक अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ दूर दूर तक कोई भी विभागीय कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है. इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों में हिमाचल सरकार जिला प्रशासन और वन विभाग के रवैए के प्रति गहरा रोष है.

इतना ही नहीं सरकारी धन के दुरुपयोग करके जो निर्माण कार्य किया गया है. उसके लिए तकनीकी कर्मचारियों ने गलत एमबी तक काट डाली है. उधर, वन विभाग के वन मंडल अधिकारी सुभाष पराशर का कहना है कि इस अवैध खनन के कार्य की डैमेज रिपोर्ट तैयार कर दी गई है और काम को फिलहाल रुकवा दिया गया है.

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