मंडीः कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो जनता के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं. ऐसे अधिकारी तबादला या रिटारमेंट होने के बाद भी नहीं भुलाए जाते. ऐसे ही अधिकारियों की श्रेणी में शामिल हैं रिटायर्ड IAS तरूण श्रीधर. तरूण श्रीधर वर्ष 1993 से 97 तक चार वर्षों तक डीसी मंडी के पद पर रहे. यह इकलौते आईएएस हैं जिन्होंने चार वर्षों तक मंडी जिला में बतौर डीसी अपनी सेवाएं दी. इस दौरान उन्होंने आम जन के लिए जो कार्य किए, यहां की जनता उन्हें आज भी याद करती है.
सम्मान समारोह में पहुंचने पर तरूण श्रीधर का सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसमें डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित जिला के अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. तरूण श्रीधर ने कहा कि मंडी में बिताया समय उन्हें हमेशा याद आता है और यहां के लोग हमेशा मेहमानवाजी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने रिटायरमेंट के बाद सम्मान देने के लिए एसोसिएशन का आभार जताया और सभी मंडी वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी.
पशुओं का आधार कार्ड बनाने के जनक
तरूण श्रीधर एक आईएएस के नाते जहां भी गए वहां अपने कार्यों को बखूबी निभाया. हिमाचल प्रदेश में सेवाएं देने के बाद उन्हें भारत सरकार के पशुपालन मंत्रालय में बतौर सचिव नियुक्ति मिली. इस दौरान उन्होंने देश भर के पशुओं का डाटाबेस बनाने का निर्णय लिया और इस कार्य को शुरू करवाया.
तरूण श्रीधर बताते हैं कि अभी तक देश के ढाई करोड़ पशुओं का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है और अब यह कार्य लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि इंसानों की तरह पशुओं का भी एक कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें पशु की संपूर्ण जानकारी शामिल की जा रही है.