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रिटायर्ड IAS तरूण श्रीधर का मंडी में हुआ जोरदार स्वागत, बोले- मेहमाननवाजी के लिए जानी जाती है छोटी काशी

हाल ही में तरूण श्रीधर भारत सरकार के पशु पालन मंत्रालय से बतौर सचिव रिटायर हुए. इनकी रिटायरमेंट के बाद पेंशनर वेल्फेयर एसोसिएशन ने इनके सम्मान में विशेष समारोह का आयोजन किया. मंडी के विपाशा सदन में तरूण श्रीधर को एसोसिएशन की तरफ से सम्मानित भी किया गया.

Retired IAS Tarun Sridhar
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Published : Aug 29, 2019, 10:47 AM IST

मंडीः कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो जनता के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं. ऐसे अधिकारी तबादला या रिटारमेंट होने के बाद भी नहीं भुलाए जाते. ऐसे ही अधिकारियों की श्रेणी में शामिल हैं रिटायर्ड IAS तरूण श्रीधर. तरूण श्रीधर वर्ष 1993 से 97 तक चार वर्षों तक डीसी मंडी के पद पर रहे. यह इकलौते आईएएस हैं जिन्होंने चार वर्षों तक मंडी जिला में बतौर डीसी अपनी सेवाएं दी. इस दौरान उन्होंने आम जन के लिए जो कार्य किए, यहां की जनता उन्हें आज भी याद करती है.

Retired IAS Tarun Sridhar
तरूण श्रीधर को सम्मानित करते पेंशनर वेल्फेयर एसो. के सदस्य.

सम्मान समारोह में पहुंचने पर तरूण श्रीधर का सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसमें डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित जिला के अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. तरूण श्रीधर ने कहा कि मंडी में बिताया समय उन्हें हमेशा याद आता है और यहां के लोग हमेशा मेहमानवाजी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने रिटायरमेंट के बाद सम्मान देने के लिए एसोसिएशन का आभार जताया और सभी मंडी वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी.

Retired IAS Tarun Sridhar
समारोह में मौजूद लोग.

पशुओं का आधार कार्ड बनाने के जनक
तरूण श्रीधर एक आईएएस के नाते जहां भी गए वहां अपने कार्यों को बखूबी निभाया. हिमाचल प्रदेश में सेवाएं देने के बाद उन्हें भारत सरकार के पशुपालन मंत्रालय में बतौर सचिव नियुक्ति मिली. इस दौरान उन्होंने देश भर के पशुओं का डाटाबेस बनाने का निर्णय लिया और इस कार्य को शुरू करवाया.

वीडियो.

तरूण श्रीधर बताते हैं कि अभी तक देश के ढाई करोड़ पशुओं का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है और अब यह कार्य लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि इंसानों की तरह पशुओं का भी एक कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें पशु की संपूर्ण जानकारी शामिल की जा रही है.

मंडीः कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो जनता के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं. ऐसे अधिकारी तबादला या रिटारमेंट होने के बाद भी नहीं भुलाए जाते. ऐसे ही अधिकारियों की श्रेणी में शामिल हैं रिटायर्ड IAS तरूण श्रीधर. तरूण श्रीधर वर्ष 1993 से 97 तक चार वर्षों तक डीसी मंडी के पद पर रहे. यह इकलौते आईएएस हैं जिन्होंने चार वर्षों तक मंडी जिला में बतौर डीसी अपनी सेवाएं दी. इस दौरान उन्होंने आम जन के लिए जो कार्य किए, यहां की जनता उन्हें आज भी याद करती है.

Retired IAS Tarun Sridhar
तरूण श्रीधर को सम्मानित करते पेंशनर वेल्फेयर एसो. के सदस्य.

सम्मान समारोह में पहुंचने पर तरूण श्रीधर का सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया. इसमें डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित जिला के अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. तरूण श्रीधर ने कहा कि मंडी में बिताया समय उन्हें हमेशा याद आता है और यहां के लोग हमेशा मेहमानवाजी के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने रिटायरमेंट के बाद सम्मान देने के लिए एसोसिएशन का आभार जताया और सभी मंडी वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी.

Retired IAS Tarun Sridhar
समारोह में मौजूद लोग.

पशुओं का आधार कार्ड बनाने के जनक
तरूण श्रीधर एक आईएएस के नाते जहां भी गए वहां अपने कार्यों को बखूबी निभाया. हिमाचल प्रदेश में सेवाएं देने के बाद उन्हें भारत सरकार के पशुपालन मंत्रालय में बतौर सचिव नियुक्ति मिली. इस दौरान उन्होंने देश भर के पशुओं का डाटाबेस बनाने का निर्णय लिया और इस कार्य को शुरू करवाया.

वीडियो.

तरूण श्रीधर बताते हैं कि अभी तक देश के ढाई करोड़ पशुओं का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है और अब यह कार्य लगातार जारी है. उन्होंने बताया कि इंसानों की तरह पशुओं का भी एक कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें पशु की संपूर्ण जानकारी शामिल की जा रही है.

Intro:मंडी। कुछ अधिकारी ऐसे होते हैं जो जनता के दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ जाते हैं। ऐसे अधिकारी तबादला या रिटारमेंट होने के बाद भी नहीं भुलाए जाते। ऐसे ही अधिकारियों की श्रेणी में शामिल हैं रिटायर्ड आईएएस तरूण श्रीधर। तरूण श्रीधर वर्ष 1993 से 97 तक चार वर्षों तक डीसी मंडी के पद पर रहे। यह इकलौते आईएएस हैं जिन्होंने चार वर्षों तक मंडी जिला में बतौर डीसी अपनी सेवाएं दी। इस दौरान उन्होंने आम जन के लिए जो कार्य किए, यहां की जनता उन्हें आज भी याद करती है। 




Body:हाल ही में तरूण श्रीधर भारत सरकार के पशु पालन मंत्रालय से बतौर सचिव रिटायर हुए। इनकी रिटायरमेंट के बाद पेंशनर वेल्फेयर एसो. ने इसके सम्मान में विशेष समारोह का आयोजन किया। मंडी के विपाशा सदन में तरूण श्रीधर को एसो. की तरफ से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह में पहुंचने पर तरूण श्रीधर का सभी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इसमें डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर सहित जिला के अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। तरूण श्रीधर ने कहा कि मंडी में बिताया समय उन्हें हमेशा याद आता है और यहां के लोग हमेशा मेहमानवाजी के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने रिटायरमेंट के बाद सम्मान देने के लिए एसो. का आभार जताया और सभी मंडी वासियों को अपनी शुभकामनाएं दी।


बाइट - तरूणी श्रीधर, रिटायर्ड आईएएस




Conclusion:पशुओं का आधार कार्ड बनाने के जनक

तरूण श्रीधर एक आईएएस के नाते जहां भी गए वहां उस कार्य को बखूबी निभाया। हिमाचल प्रदेश में एसीएस के रूप में सेवाएं देने के बाद उन्हें भारत सरकार के पशु पालन मंत्रालय में बतौर सचिव नियुक्ति मिली। इस दौरान उन्होंने देश भर के पशुओं का डाटाबेस बनाने का निर्णय लिया और इस कार्य को शुरू करवाया। तरूण श्रीधर बताते हैं कि अभी तक देश के ढाई करोड़ पशुओं का डाटाबेस तैयार कर लिया गया है और अब यह कार्य लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि इंसानों की तरह पशुओं का भी एक कार्ड बनाया जा रहा है जिसमें पशु की संपूर्ण जानकारी सम्मिलित की जा रही है।

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