मंडी: हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर से करवट बदल ली है. मंडी जिले में भी पिछले 2 दिनों से जहां मैदानी इलाकों में बारिश का दौर जारी है. वहीं, ऊंचाई वाले इलाकों में ताजा हिमपात हुआ है. ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुए ताजा हिमापात से जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार विंटर सीजन में हुई जिले में बारिश और बारिश से ढाई करोड़ से ज्यादा नुकसान हो चुका है.
कई सड़कें और बिजली के ट्रांसफार्मर हुए ठप- बारिश और बर्फबारी से मंडी जिले में 19 सड़कें प्रभावित हुई हैं. जिसमें 14 सड़कें सराज क्षेत्र की हैं. वहीं, 327 विद्युत ट्रांसफार्मर भी इस बारिश और बर्फबारी से बंद हो चुके हैं. उनमें से करसोग क्षेत्र के 25 ट्रांसफार्मरों को ठीक कर दिया गया है. विंटर सीजन में पीडब्ल्यूडी का एक करोड़ 9 लाख के आस पास नुकसान का आकलन किया गया है.
बारिश और बर्फबारी से करोड़ों का हुआ नुकसान- साथ ही जल शक्ति विभाग व निजी घरों के नुकसान का आकलन को मिलाकर एक करोड़ 55 लाख का नुकसान हुआ है. शिकारी देवी और इसके आसपास के इलाकों में 2 फीट तक बर्फबारी दर्ज की गई है. अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अश्वनी कुमार ने बताया कि यदि जिले में मौसम साफ रहता है तो कल तक सभी प्रभावित सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया जाएगा.
आपातकालीन स्थिति में इन नंबरों पर करें संपर्क- उन्होंने सभी जिला वासियों व पर्यटकों से अधिक उंचाई वाले इलाकों में जाने से परहेज करने और अपने घरों में सुरक्षित स्थानों पर रहने का आग्रह किया है. वहीं, आग्रह किया कि आपदा की स्थिति में सहायता के लिए पर्यटक व आम नागरिक जिला आपदा प्रबंधन परिचालन केंद्र के दूरभाष नंबर 1905-226201, 202, 203, 204 और टोल फ्री नंबर 1077 पर संपर्क कर सकते हैं.
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