मंडी: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए इन दिनों मास्क की मांग लगातार बढ़ रही है. प्रदेश में कर्फ्यू के चलते मास्क की सबसे ज्यादा कमी ग्रामीण क्षेत्रों में आ रही है. बस सुविधा ठप होने से ग्रामीणों को कई किलोमीटर पैदल चलकर बाजार में मेडिकल स्टोर से मास्क खरीदने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
ऐसे में करसोग के ग्रामीण क्षेत्रों में नारीशक्ति अब मास्क की कमी को दूर करेगी. प्रशासन ने करसोग की सभी पंचायतों में महिला मंडलों सहित सिलाई सेंटरों को मास्क बनाने के लिए अनुमति दी है, ताकि कोरोना महामारी से लोग बचे रह सकें.
हालांकि करसोग में मास्क की कमी को देखते हुए कई छात्र संगठनों सहित समाजसेवी भी घर-घर जाकर लोगों को मास्क बांट रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी बहुत से लोगों तक मास्क नहीं पहुंच पाए हैं. ऐसे में अब पंचायत स्तर पर नारीशक्ति को भी मास्क बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
बरतें सावधानी
मास्क पहनने से पहले अपने हाथों को एल्कोहल आधारित सेनिटाइजर या साबुन और पानी से धो लें. चेहरे और मास्क के बीच में थोड़ा भी गैप न हो. मास्क इस्तेमाल करते वक्त मास्क के ऊपरी हिस्से को न छूएं. मास्क खराब होने पर उसे तुरंत बदल दें.
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि मास्क की कमी को दूर करने के लिए पंचायतों में गठित महिला मंडलों सहित सिलाई सेंटरों को मास्क बनाने के लिए अधिकृत किया गया है. महिलाएं भी मास्क तैयार कर अपनी-अपनी पंचायतों में लोगों को बांट सकती हैं.