सरकाघाट/मंडी: हिमाचल राज्य निर्वाचन आयोग और उसमें बैठे अधिकारियों की काम की तारीफ जितनी की जाए कम है, क्योंकि अगर मतदाता लिस्ट में मतदान करने वालों का नाम न हो तो ऐसे में निर्वाचन आयोग को अपने काम करने के तरीकों पर वक्त रहते गौर कर लेना चाहिए जिसका खामियाजा गोपालपुर में सैकड़ों लोगों को भुगतना पड़ा है. गुरुवार को विभिन्न पंचायतों में बहुत से लोग मतदान केंद्रों से बिना वोट दिए ही निराश होकर लौटे गए.
वोट नहीं दे पाने वालो में अधिकतर युवा शामिल
भांबला पंचायत के दर्जनों लोग बिना मतदान के ही बूथ से लौट गए, इनमें अधिकतर युवा शामिल थे. इनका कहना था कि उनके नाम मतदाता लिस्ट में नहीं था जिसकी वजह से वो अपने मताधिकार का उपयोग नहीं कर सके. इन लोगों ने आरोप लगाया कि वह पहले भी कई बार मतदान कर चुके हैं. इनके पास वोटर कार्ड भी हैं फिर भी वो वोट नहीं कर पायें जोकि दुर्भाग्यपूर्ण है.
एसडीएम ने कहा लोगों ने नाम अपडेट नहीं कराया
भांबला के लोगों ने कहा कि वह पूरे उत्साह के साथ मतदान के लिए आए थे, मगर वो अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सके जिसको लेकर वो निराश है. उधर, इस बारे में एसडीएम सरकाघाट जफर इकबाल ने कहा कि मतदाता सूचियों में नाम अपडेट करने के लिए लोगों को पहले कई बार सूचित किया गया था.
मतदाता लिस्ट में पुरखों के नाम शामिल
मतदाता लिस्टों में बहुत अधिक खामियां थीं. लोगों का कहना है कि हैरानी की बात है कि सूची में कई लोगों के नाम दो बार है, जबकि कई लोगों के नाम गायब हैं. सूची में सालों पहले गुजर चुके लोगों के नाम भी शामिल हैं. कई लोगों के नाम एक दूसरे के वार्डों में डाल दिए गए हैं, जहां से इन लोगों का कोई लेना देना नहीं है. इतनी खामियों की वजह से बहुत से लोग वोट नहीं कर सके.
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