मंडी: तहसील कार्यालय जोगिंद्रनगर के बाहर स्टांप वेंडर और डाक्यूमेंट राइटर की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने शुक्रवार को राजस्व प्रशिक्षण संस्थान के चपरासी रामलाल को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. वहीं, इसी मामले में निदेशक भू अभिलेख कार्यालय शिमला में वरिष्ठ सहायक की भी गिरफ्तार किया है.
शिकायतकर्ता दुनी चंद जोगिंद्रनगर में स्टैंप वेंडर और डॉक्यूमेंट राईटर का काम करता है, लेकिन किसी शख्स ने दुनी चंद की शिकायत कर दी कि स्टांप बेंडर और डॉक्यूमेंट राइटर का काम एक साथ नहीं कर सकता. जांच की फाइल शिमला स्थित निदेशक भू-अभिलेख के कार्यालय में जा पहुंची. यहां डिलिंग हैंड सीनियर असिस्टेंट राजीव कुठियाला ने दुनी चंद को फोन पर कार्रवाई करने के नाम पर डराना शुरू कर दिया.
दुनी चंद ने भी मामले को रफ्फा-दफ्फा करने की बात कही. ऐसे में सीनियर असिस्टेंट ने 10 हजार की डिमांड कर डाली और जोगिंद्रनगर स्थित राजस्व प्रशिक्षण संस्थान के चपरासी रामलाल को यह पैसे देने का आदेश दिया. सीनियर असिस्टेंट ने दुनी चंद से पैसे देने से पहले रामलाल से बात करवाने की बात कही.
दुनी चंद ने इसकी सूचना विजिलेंस को दे दी . दुनी चंद पैसे लेकर रामलाल के पास पहुंचा और शिमला फोन कर राजीव कुठियाला से उसकी बात करवाई. राजीव ने फोन पर बात की और पैसे लेने को कहा. वहीं, दुनी चंद ने रामलाल को पैसे दिए और विजिलेंस ने रामलाल को जोगिंद्रनगर से जबकि राजीव कुठियाला को शिमला से गिरफ्तार कर लिया.
एएसपी विजिलेंस मंडी कुलभूषण वर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि 10 हजार की रिश्वत लेने के मामले में रामलाल को जोगिंद्रनगर से और राजीव कुठियाला को शिमला से गिरफ्तार किया गया है. अगले कल दोनों को अदालत में पेश करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.