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आंगनबाड़ी केंद्र केलोधार में महिलाओं को दी गई सही पोषण के बारे में जानकारी, रैली भी निकाली - आंगनबाड़ी कार्यकर्ता

बाल विकास परियोजना वृत केलोधार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र धार में पोषण माह मनाया गया. इस मौके पर महिलाओं ने रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया. जिसमें गर्भवती महिलाओं सहित धात्री महिलाओं और महिला मण्डलों ने भी भाग लिया.

Nutritional Campaign started by Anganwadi workers in karsog
आंगनबाड़ी केंद्र धार
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Published : Sep 8, 2020, 5:30 PM IST

Updated : Sep 8, 2020, 6:46 PM IST

करसोग: बाल विकास परियोजना वृत केलोधार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र धार में पोषण माह मनाया गया. जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों एवं महिलाओं के उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए पोषाहार के बारे में जानकारी दी.

इस अभियान के तहत बच्चों को बौनापन, कुपोषण रोग, रक्त हीनता, कम वजन आदि समस्याओं को दूर करने के बारे बताया गया. पोषाहार अभियान का उद्देश्य राज्य में कुपोषण को दूर करना है. इस अवसर पर महिलाओं ने घर से अलग अलग पकवान तैयार करके लाये थे.

यही नहीं महिलाओं ने घर पर उगाई गई सब्जियों का भी स्टाल लगाया. जिसमें घीया, भिंडी, बेंगन, आलू, करेला, खीरा व शिमला मिर्च आदि सब्जियों की प्रदर्शनी लगाई गई. गर्भवती महिलाओं सहित धात्री महिलाओं को घर की सब्जियों का अधिक से अधिक उपयोग में लाने की सलाह दी गई.

वीडियो.

घर में उगाई गई सब्जियां ताजी होने के साथ इसमें रासायनिक खाद और कीटनाशक स्प्रे का प्रयोग नहीं किया जाता है. इसलिए ये सब्जियां स्वास्थ्य के लिए बाजार की सब्जियों के मुकाबले में अधिक फायदेमंद है.

महिलाओं को जानकारी दी गई कि किस तरह से सही आहार लेने से बच्चों को बचपन में होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकता है. इस मौके पर महिलाओं ने रैली निकालकर लोगों को जागरूक भी किया. जिसमें गर्भवती महिलाओं सहित धात्री महिलाओं और महिला मण्डलों ने भी भाग लिया.

खतरनाक है कुपोषण

बच्चों में सही समय पर कुपोषण की पहचान और निदान बहुत महत्त्वपूर्ण है, ताकि कुपोषण से बच्चे पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोका जा सके और समय रहते बेहतर इलाज किया जा सके. शरीर में पर्याप्त मात्रा में पोषक-तत्वों के स्तर को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है.

यूं तो कुपोषण सभी उम्र के लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, लेकिन गर्भवती महिला और शिशु के आरम्भिक वर्षों में बेहतर पोषण अत्यधिक जरूरी है. बच्चे के मस्तिष्क और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है कि वाटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट वाले पोषक तत्वों के साथ संतुलित आहार बच्चे और मां को दिया जाए.

कुपोषण के कारण बच्चे के शारीरिक व मानसिकता विकास में रुकावट ही नहीं बल्कि मानसिक विकलांगता, संक्रमण, एनीमिया और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है. ऐसे में करसोग में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में लोगों को सही पोषण लेने के बारे में पोषाहार अभियान चलाया जा रहा है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि बाल विकास परियोजना के वृत केलोधार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र धार में पोषाहार अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को सही पोषण लेने के बारे में जानकारी दी गई.

करसोग: बाल विकास परियोजना वृत केलोधार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र धार में पोषण माह मनाया गया. जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बच्चों एवं महिलाओं के उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए पोषाहार के बारे में जानकारी दी.

इस अभियान के तहत बच्चों को बौनापन, कुपोषण रोग, रक्त हीनता, कम वजन आदि समस्याओं को दूर करने के बारे बताया गया. पोषाहार अभियान का उद्देश्य राज्य में कुपोषण को दूर करना है. इस अवसर पर महिलाओं ने घर से अलग अलग पकवान तैयार करके लाये थे.

यही नहीं महिलाओं ने घर पर उगाई गई सब्जियों का भी स्टाल लगाया. जिसमें घीया, भिंडी, बेंगन, आलू, करेला, खीरा व शिमला मिर्च आदि सब्जियों की प्रदर्शनी लगाई गई. गर्भवती महिलाओं सहित धात्री महिलाओं को घर की सब्जियों का अधिक से अधिक उपयोग में लाने की सलाह दी गई.

वीडियो.

घर में उगाई गई सब्जियां ताजी होने के साथ इसमें रासायनिक खाद और कीटनाशक स्प्रे का प्रयोग नहीं किया जाता है. इसलिए ये सब्जियां स्वास्थ्य के लिए बाजार की सब्जियों के मुकाबले में अधिक फायदेमंद है.

महिलाओं को जानकारी दी गई कि किस तरह से सही आहार लेने से बच्चों को बचपन में होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकता है. इस मौके पर महिलाओं ने रैली निकालकर लोगों को जागरूक भी किया. जिसमें गर्भवती महिलाओं सहित धात्री महिलाओं और महिला मण्डलों ने भी भाग लिया.

खतरनाक है कुपोषण

बच्चों में सही समय पर कुपोषण की पहचान और निदान बहुत महत्त्वपूर्ण है, ताकि कुपोषण से बच्चे पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों को रोका जा सके और समय रहते बेहतर इलाज किया जा सके. शरीर में पर्याप्त मात्रा में पोषक-तत्वों के स्तर को बनाए रखने के लिए संतुलित आहार लेना जरूरी है.

यूं तो कुपोषण सभी उम्र के लोगों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है, लेकिन गर्भवती महिला और शिशु के आरम्भिक वर्षों में बेहतर पोषण अत्यधिक जरूरी है. बच्चे के मस्तिष्क और शारीरिक विकास के लिए आवश्यक है कि वाटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट वाले पोषक तत्वों के साथ संतुलित आहार बच्चे और मां को दिया जाए.

कुपोषण के कारण बच्चे के शारीरिक व मानसिकता विकास में रुकावट ही नहीं बल्कि मानसिक विकलांगता, संक्रमण, एनीमिया और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है. ऐसे में करसोग में विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों में लोगों को सही पोषण लेने के बारे में पोषाहार अभियान चलाया जा रहा है.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि बाल विकास परियोजना के वृत केलोधार के तहत आंगनबाड़ी केंद्र धार में पोषाहार अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं व धात्री महिलाओं को सही पोषण लेने के बारे में जानकारी दी गई.

Last Updated : Sep 8, 2020, 6:46 PM IST
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