मंडी: जिला मंडी में करसोग के नांज पशु औषधालय की खस्ताहालत ने पशु पालन को सरकार की ओर से किए जा रहे पशु पालन को बढ़ावा देने के दावों की पोल खोलकर रख दी है. यहां पशु औषधालय बिना दरवाजे और खिड़की वाले एक कच्चे मकान में चल रहा है. इसके चलते स्टाफ और आम लोगों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
नांज पशु औषधालय का भवन काफी पुराना हो चुका है. इसके चलते औषधालय में पशुओं का टीकाकरण करने या फिर दवाई के लिए आने वाले लोग भी कमरे में जाने से डरते हैं. इसके साथ ही सर्दियों के इस मौसम में पड़ रही कड़ाके की ठंड में कर्मचारी भी ठिठुरने को मजबूर है. ऐसे में कर्मचारियों और लोगों के लिए भी ये औषधालय परेशानी का एक बड़ा कारण बन गया है.
लोग लंबे समय से दूसरी जगह पर पशु औषधालय के लिए भवन निर्माण की मांग कर रहे हैं. इसके लिए स्थानीय लोगों ने 3 बिस्वा भूमि भी पशु पालन विभाग के नाम कर दी है, लेकिन दो साल बीतने के बाद भी सरकार इसके लिए बजट का प्रावधान नहीं कर पाई है. ऐसे में स्थानीय लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष है.
लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द पशु औषधालय के लिए भवन बनाने की मांग की है, ताकि स्थानीय लोगों समेत औषधालय में काम कर रहे स्टाफ को दिक्कतों से छुटकारा मिल सके. स्थानीय निवासी आशाराम का कहना है कि नांज में 20-25 साल पहले पशु औषधालय खोला गया था. पशु औषधालय का भवन अब गिरने की स्थिति में है. इसलिए इस पशु औषधालय को कहीं दूसरे भवन में खोला जाए.
जिला परिषद सदस्य श्याम सिंह चौहान ने कहा कि करसोग में पशु पालन किसानों का मुख्य पेशा है. लोग यहां दूध बेचकर गुजारा करते हैं, उन्होंने कहा कि नांज में पशु औषधालय की स्थिति बहुत खराब है. ये औषधालय बिना दरवाजे और खिड़की वाले एक पुराने भवन में चल रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों ने भवन निर्माण के लिए दो साल पहले 3 बिस्वा भूमि भी दे दी है, लेकिन इसके लिए अभी तक बजट का कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है.
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