सुंदरनगर: पूरा विश्व कोरोना महामारी के चलते संकट से जूझ रहा है. वहीं दूसरी ओर सभी मेले और अन्य त्यौहार भी कोरोना महामारी की भेंट चढ़ चुके हैं. इसी कड़ी में जिला मंडी के दो प्रसिद्ध मेले भी कोरोना की भेंट चढ़े हैं.
सरनाहुली संक्रांत होने के कारण आज का दिन जिला मंडी के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. इसको लेकर जिला मंडी के दो प्रमुख देव कमरूनाग और पराशर ऋषि का मेला बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस दिन हजारों श्रद्धालु दोनों देव स्थलों पर आकर देवताओं के आगे अपना शीश नवाते हैं, लेकिन इस साल वैश्विक महामारी कोरोना के कारण मंडी प्रशासन ने दोनों मेलों पर रोक लगा दी है.
इसके बावजूद लाकडॉउन में बढ़ाई गई ढील के कारण लोगों का जमावड़ा लगने पर बीएसएल थाना पुलिस ने कड़े प्रबंध किए हैं. इसको लेकर बीएसएल थाना प्रभारी ने खुद मोर्चा संभालते हुए टीम समेत सुबह रोहांडा से देव कमरूनाग की पवित्र झील तक के पैदल रास्ते और मंदिर में नाकाबंदी की गई.
जानकारी देते हुए थाना प्रभारी प्रकाश चंद मिश्रा ने कहा कि कमरूनाग वार्षिक मेले को लेकर एसपी मंडी गुरदेव शर्मा के निर्देशानुसार सुंदरनगर-करसोग मार्ग पर 5 जगहों पर नाकाबंदी की गई है. उन्होंने कहा कि व्यवस्था को लेकर कुल 10 पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं.
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प्रकाश चंद मिश्रा ने कहा कि देव कमरूनाग मंदिर जाने के सभी रास्तों और झील पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि मेले पर रोक को लेकर पहले भी रोहांडा में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ मीटिंग की गई थी, जिस कारण आज मेले को लेकर लोगों का आना नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि देव कमरूनाग मंदिर और झील क्षेत्र में पुलिस दल तैनात किया गया है. थाना प्रभारी प्रकाश चंद मिश्रा ने इस सहयोग के लिए श्रद्धालुओं, पंचायत, व्यापार मंडल और देवता कमेटी का आभार जताया है. थाना प्रभारी ने आने वाले दिनों में लोगों से मंदिर न जाने का आह्वान किया है.
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