सराज: मंडी जिले के दौरे पर सराज पहुंचे पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन के नारे के साथ आई कांग्रेस सरकार ने आपदा प्रभावितों के लिए बहुत बड़े आर्थिक राहत पैकेज की घोषणा तो कर दी, लेकिन सरकार की यह राहत राशि तीन माह बीत जाने के बाद भी प्रभावितों नहीं मिल पाई है.
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र के खोलनाल पंचायत पहुंचे. जहां उन्होंने आपदा प्रभावितों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने कहा भारी बारिश के दौरान सराज के खोलनाल पंचायत में भी सबकुछ तबाह चुका है. बावजूद इसके यहां प्रभावितों को सरकार की ओर से अभी तक कोई भी राहत नहीं दी गई है. सीएम सुक्खविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश के इतिहास में सबसे बड़े राहत पैकेज का ऐलान तो कर दिया, लेकिन तीन माह बीत जाने के बाद भी कांग्रेस सरकार प्रभावितों को आर्थिक राहत देने में नाकाम रही है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कांग्रेस नेता यदि राहत देने की बात कह रहे हैं तो, यह भी साफ कर दें कि यह राशि किसे दी जा रही है. जनता ने कांग्रेस को उनकी समस्याएं दूर करने के लिए चुना था, लेकिन सरकार समस्याएं कम करने की बजाय जनता को और कष्टों में धकेल रही है. मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि हमनें प्रभावितों के लिए सात- सात लाख रुपए की मदद की है, जबकि गांव में लोग कह रहे हैं कि अभी तक पटवारी तक नुकसान का जायजा लेने उनके घर नहीं पहुंचा है. ऐसे में सवाल उठता है कि बड़े राहत पैकेज का ढिंढोरा पीटने वाली ये सरकार आखिर तीन महीने बीतने के बाद भी राहत राशि क्यों नहीं दे पाई है.
उन्होंने कहा खोलानाल वो गांव है, जहां बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई है कि आज भी 20 परिवारों के लोग तंबुओं में रह रहे हैं. इधर ये प्रदेश सरकार दावे कर रही है कि हमने आपदा में वो कर दिखाया है, जो आज तक नहीं हुआ है. मैं पूछना चाहता हूं कि आखिर क्यों इन लोगों को राहत राशि नहीं मिल पाई है. सर्दियों में लोग ठिठुर रहे हैं और बच्चे बिना स्कूल भवनों के खुले आसमान के नीचे पढ़ाई करने को विवश हैं. एक जगह किसी के घर के कमरे में स्कूल चलाना पड़ रहा है. परीक्षाओं का दौर शुरू होने वाला है और ऐसे में बच्चे कहां परीक्षा दे पाएंगे इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पूरे सराज से अध्यापकों और दूसरे कर्मचारियों को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रदेश के दूर दराज के इलाकों में ट्रांसफर किया जा रहा है. जहां से कोई बदला गया है, वहां किसी दूसरे कर्मचारी को नहीं भेजा जा रहा है, जिससे कई स्कूल और संस्थान खाली होते जा रहे हैं. मुख्यमंत्री को स्वयं इस बात का संज्ञान लेना चाहिए कि आखिर तीन महीने बीत जाने के बाद भी प्रभावितों को राहत राशि क्यों नहीं बांटी जा रही है. अगर एक सप्ताह के अंदर सभी प्रभावितों को राहत राशि नहीं मिलती है तो हम प्रभावितों के साथ सड़कों पर विरोध के लिए उतर जायेंगे.
जयराम ने कहा झूठी गारंटियां देकर कांग्रेस पार्टी ने लोगों के साथ धोखा किया है. पिछले दिनों मैं मध्यप्रदेश में था, जहां इनके नेता लोगों के बीच चुनाव में कह रहे थे कि हिमाचल प्रदेश में हमारी सरकार ने एक साल में सभी दस गारंटियां पूरी कर दी हैं, जिनकी गारंटी उन्होंने चुनाव से पूर्व की थी. हैरानी होती है कि जहां एक गारंटी तक पूरी तरह लागू नहीं करवा पाने वाली कांग्रेस देशभर में कैसे झूठ बोले जा रही है?
उन्होंने कहा अब ये स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस जिस भी राज्य में चुनाव आते हैं, वहां झूठी गारंटियों के सहारे सत्ता में आने की कोशिश कर रही है. सबसे पहले इन्होंने हिमाचल में झूठी गारंटियां देकर सत्ता हथियाई और अब झूठ बोलकर अन्य राज्यों में लोगों को बरगला रही है. आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को इन झूठी गारंटियों का खमियाजा भुगतना ही पड़ेगा. क्योंकि लोगों को इनकी कथनी और करनी में अंतर समझ आ चुका है.