ETV Bharat / state

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का समापन, प्राचीन देवता देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर को दे गए सुरक्षा कवच - Himachal latest news

अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के समापन के दिन इलाका द्रंग के उत्तरशाल से मंडी शिवरात्रि में शिरकत करने वाले प्राचीन देवता देव आदि ब्रह्मा ने मंडी शहर की परिक्रमा कर कार बांधी. सर्व देवता समिति प्रधान शिव शर्मा ने कहा कि हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला के समापन पर देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर की परिक्रमा लगाते हैं और सुरक्षा दीवार बनाते हैं.

International Shivaratri Festival concludes in mandi
फोटो
author img

By

Published : Mar 18, 2021, 4:52 PM IST

मंडीः अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के समापन के दिन आज इलाका द्रंग के उत्तरशाल से मंडी शिवरात्रि में शिरकत करने वाले प्राचीन देवता देव आदि ब्रह्मा ने मंडी शहर की परिक्रमा कर कार बांधी. इस दौरान मंडी शहर की सुरक्षा का वादा करते हुए उन्होंने शहर वासियों को सभी तरह की बीमारियों व आसुरी शक्तियों से निजात दिलवाने का वादा किया. आदि ब्रह्मा के गुर ने जानकारी देते हुए बताया यह एक पौराणिक और प्राचीन परंपरा है जो विरासत काल से चली आ रही है जिसका हर वर्ष परंपरा के साथ निर्वहन किया जाता है.

International Shivaratri Festival concludes in mandi
फोटो

आदि देव ब्रहा की उत्पत्ति की कहानी

आदि देव ब्रह्मा टिहरी उतरशाल का मंदिर कटौला के समीप गांव टिरी में स्थित है. देव आदि ब्रह्मा की उत्पत्ति प्राचीनतम मानी गई है, जिसके बारे में गाथाओं में ही उल्लेख मिलता है. बुजुर्गों के अनुसार देवता एक 6 माह की कन्या को उस समय मिला था जब उसके माता पिता खेत में काम कर रहे थे. बच्ची खेत में खेल रही थी और उसके हाथ में एक कुदाल थी. खेलते-खेलते बच्चों ने कुदाल को जमीन पर मारा, तो एक मोहरा कुदाल के साथ बाहर आ गया जो श्री देव आदि ब्रहा का था. आज भी उस मोहरे के सिर में कुदाल का छेद है, जोकि रथ में विराजमान है. जहां मोहरा प्रकट हुआ वहां पर पंडितों का गांव था इस गांव में 60 परिवार रहते थे.

वीडियो.

बताया जाता है कि मंडी निवासी एक भयंकर बीमारी के शिकार हो गए थे. उस समय मंडी की रक्षा का जिम्मा श्री देव आदि ब्रहा ने संभाला और एक बकरा साथ लेकर मंडी की परिक्रमा सेरी मंच से आरंभ करके पूरे नगर से होकर सेरीमंच पर इसका समापन किया. इसके पश्चात लोगों को बीमारी से छुटकारा मिल गया. तब से लेकर आज तक महाशिवरात्रि के दौरान यह परिक्रमा मंडीवासियों की सुख समृद्धि के लिए देवता द्वारा की जाती है.

International Shivaratri Festival concludes in mandi
फोटो

देव आदि ब्रह्मा की परिक्रमा के बाद मेला होता समाप्त

सर्व देवता समिति प्रधान शिव शर्मा ने कहा कि हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला के समापन पर देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर की परिक्रमा लगाते हैं और सुरक्षा दीवार बनाते हैं. यह कार्यक्रम मंडी शहर के ऐतिहासिक सिद्ध काली मंदिर से शुरू होकर ऐतिहासिक सेरी मंच पर समाप्त होता है. इस दौरान देवता के गोल पुजारी देवली आटा हवा में उछालते हैं. इसकी यह मान्यता है कि यह आटे की ही सुरक्षा दीवार देव आदि ब्रह्मा द्वारा मंडी शहर में लगाई जाती है. इस प्रक्रिया के उपरांत ऐतिहासिक सेरी मंच पर मेले का छोड़ा किया जाता है जिसके बाद शिवरात्रि मेला मंडी का समापन किया जाता है.

पढ़ें: किन्नौर: आउट ऑफ कंट्रोल होकर खाई में गिरी कार, दर्दनाक हादसे में चालक की मौत

मंडीः अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी के समापन के दिन आज इलाका द्रंग के उत्तरशाल से मंडी शिवरात्रि में शिरकत करने वाले प्राचीन देवता देव आदि ब्रह्मा ने मंडी शहर की परिक्रमा कर कार बांधी. इस दौरान मंडी शहर की सुरक्षा का वादा करते हुए उन्होंने शहर वासियों को सभी तरह की बीमारियों व आसुरी शक्तियों से निजात दिलवाने का वादा किया. आदि ब्रह्मा के गुर ने जानकारी देते हुए बताया यह एक पौराणिक और प्राचीन परंपरा है जो विरासत काल से चली आ रही है जिसका हर वर्ष परंपरा के साथ निर्वहन किया जाता है.

International Shivaratri Festival concludes in mandi
फोटो

आदि देव ब्रहा की उत्पत्ति की कहानी

आदि देव ब्रह्मा टिहरी उतरशाल का मंदिर कटौला के समीप गांव टिरी में स्थित है. देव आदि ब्रह्मा की उत्पत्ति प्राचीनतम मानी गई है, जिसके बारे में गाथाओं में ही उल्लेख मिलता है. बुजुर्गों के अनुसार देवता एक 6 माह की कन्या को उस समय मिला था जब उसके माता पिता खेत में काम कर रहे थे. बच्ची खेत में खेल रही थी और उसके हाथ में एक कुदाल थी. खेलते-खेलते बच्चों ने कुदाल को जमीन पर मारा, तो एक मोहरा कुदाल के साथ बाहर आ गया जो श्री देव आदि ब्रहा का था. आज भी उस मोहरे के सिर में कुदाल का छेद है, जोकि रथ में विराजमान है. जहां मोहरा प्रकट हुआ वहां पर पंडितों का गांव था इस गांव में 60 परिवार रहते थे.

वीडियो.

बताया जाता है कि मंडी निवासी एक भयंकर बीमारी के शिकार हो गए थे. उस समय मंडी की रक्षा का जिम्मा श्री देव आदि ब्रहा ने संभाला और एक बकरा साथ लेकर मंडी की परिक्रमा सेरी मंच से आरंभ करके पूरे नगर से होकर सेरीमंच पर इसका समापन किया. इसके पश्चात लोगों को बीमारी से छुटकारा मिल गया. तब से लेकर आज तक महाशिवरात्रि के दौरान यह परिक्रमा मंडीवासियों की सुख समृद्धि के लिए देवता द्वारा की जाती है.

International Shivaratri Festival concludes in mandi
फोटो

देव आदि ब्रह्मा की परिक्रमा के बाद मेला होता समाप्त

सर्व देवता समिति प्रधान शिव शर्मा ने कहा कि हर वर्ष अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि मेला के समापन पर देव आदि ब्रह्मा मंडी शहर की परिक्रमा लगाते हैं और सुरक्षा दीवार बनाते हैं. यह कार्यक्रम मंडी शहर के ऐतिहासिक सिद्ध काली मंदिर से शुरू होकर ऐतिहासिक सेरी मंच पर समाप्त होता है. इस दौरान देवता के गोल पुजारी देवली आटा हवा में उछालते हैं. इसकी यह मान्यता है कि यह आटे की ही सुरक्षा दीवार देव आदि ब्रह्मा द्वारा मंडी शहर में लगाई जाती है. इस प्रक्रिया के उपरांत ऐतिहासिक सेरी मंच पर मेले का छोड़ा किया जाता है जिसके बाद शिवरात्रि मेला मंडी का समापन किया जाता है.

पढ़ें: किन्नौर: आउट ऑफ कंट्रोल होकर खाई में गिरी कार, दर्दनाक हादसे में चालक की मौत

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.