मंडी: भारत सरकार के राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश को देश भर में टीबी नियंत्रण कार्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरुस्कृत किया गया है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. आरके बारिया को यह पुरस्कार देकर सम्मानित किया.
बता दें कि पिछले कुछ समय से प्रदेश स्वास्थ्य विभाग टीबी नियंत्रण के लिए भरसक प्रयास कर रहा है. इस बीमारी का पूरा इलाज उपलब्ध होने के बावजूद हर वर्ष प्रदेश में 500 से अधिक टीबी रोगियों की मृत्यु हो जाती है. इसी कड़ी में एक वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने 'मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना' शुरुआत की.
इस योजना के अंतर्गत जनवरी महीने में 'टीबी मुक्त हिमाचल पखवाड़ा' पूरे प्रदेश में सफतलापूर्वक चलाया गया. लोगों को टीबी रोग सम्बन्धी जानकारी देने के लिए स्वास्थ्य स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने टीबी मुक्त हिमाचल एप भी लांच की. टीबी के सम्पूर्ण खात्मे के लिए जिला प्रशासन को प्रदेश के विभिन्न विभागों का सहयोग भी प्राप्त हो रहा है.
भारत सरकार ने विभिन्न राज्यों को रैंकिंग के लिए 9 कड़े मानकों से परखा. जिनमें से टीबी नोटिफिकेशन दर, उपचार सफलता दर, एचआईवी जांच दर, दवा प्रतिरोधता जांच दर, निक्षय पोषण योजना लाभार्थी आवंटन दर, आवंटित धन उपयोग दर प्रमुख हैं.
इस पुरस्कार का श्रेय डॉ. बारिया ने स्वास्थ्य विभाग व सहयोगी विभागों के सभी कर्मचारियों को दिया. वहीं, हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के प्रयासों की समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और विशेषज्ञों ने सराहना की और साथ ही तय समय तक लक्ष्य प्राप्ति के लिए अपनी शुभकामनाएं भी दी.
राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. आर के बारिया ने बताया कि टीबी मुक्त हिमाचल अभियान को और सशक्त बनाने के लिए 27 सितम्बर को राज्य सचिवालय में अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें प्रदेश के अधिकरियों के अतरिक्त विशेष तौर पर केंद्रीय टीबी अनुभाग भारत सरकार, विश्व स्वास्थ्य संगठन से विशेषज्ञ भाग लेने जा रहे हैं.