मंडी: छोटी काशी मंडी में आज जमकर गुलाल उड़ा. लोगों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और गले मिलकर रंगों के पावन त्योहार होली की बधाई दी. हालांकि देश भर में होली का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा. लेकिन, मंडी जिला में होली के त्योहार को सदियों से एक दिन पहले मनाने की परंपरा चली आ रही है. इस बार ज्योतिष गणना और नक्षत्रों के लिहाज से यह पर्व एक नहीं बल्कि दो दिन पहले मनाया गया.
मंडी शहर के ऐतिहासिक सेरी मंच पर लोगों ने जमकर गुलाल उड़ाया. एनआईटी और पोल स्टार की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में लोग डीजे की धुनों पर जमकर थिरके. बता दें कि बीते करीब 20 वर्षों से मंडी वासी ऐतिहासिक सेरी मंच पर होली का त्योहार मनाते आ रहे हैं. लोग यहां बड़ी संख्या में आकर डीजे की धुनों पर थिरककर इस उत्सव का आनंद उठाते हैं. दोपहर तक होली का जश्न मनाने के बाद लोग राज माधव राय मंदिर पहुंचे और यहां भगवान श्री कृष्ण को गुलाल लगाया.
इसके बाद राज माधव राय की भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो शहर भर की परिक्रमा करने के बाद वापिस अपने मंदिर लौटी और इसी के साथ होली के त्यौहार का समापन हुआ. स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें वर्ष भर होली के त्योहार का इंतजार रहता है. लोगों का मानना है कि जिस तरह से मंडी में होली मनाई जाती है, वैसी होली देश भर में और कहीं नहीं मनाई जाती. यहां सिर्फ अपनों को गुलाल लगाने की परंपरा है. जबकि अनजान लोगों को गुलाल लगाकर उन्हें परेशान नहीं किया जाता. बहुत से दूसरे राज्यों के लोग इस त्योहार को मनाने यहां आते है.
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