मंडी: पूरे प्रदेश सहित जिला मंडी में कोरोना का कहर लगातार जारी है. मंडी में कोरोना संक्रमण के 48 मामले सामने आए हैं. अब कई शिक्षण संस्थानों के शिक्षकों व गैर शिक्षकों को कोरोना महामारी ने अपनी चपेट में ले लिया है. इसमें तीन शिक्षण संस्थानों के 15 शिक्षक व प्रशिक्षु शामिल हैं.
आइटीआई बगस्याड़ के प्रधानाचार्य, दो इंस्ट्रक्टर, एक प्रशिक्षु, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल बालीचौकी के नौ व मसेरन के दो शिक्षकों समेत जिला भर में कोरोना संक्रमण के 48 मामले आए हैं. इसके चलते आइटीआई बगस्याड़ और बालीचौकी स्कूल को बंद कर दिया गया है.
करसोग हलके के सेरी में 10, बल्ह हलके के सिध्याणी, कोठी, नागचला, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी बगला व मैरामसीत में एक-एक व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर की एक महिला चिकित्सक भी कोरोना की चपेट में आई है.
सुंदरनगर उपमंडल के जड़ोल, पुंघ, डिनक, कनैड़ व अप्पर वैहली में एक एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया है. चांबी पंचायत के द्रमण में सात लोग कोरोना की चपेट में आए हैं. धर्मपुर हलके के डरवाड़, सरकाघाट के सुलपुर व अपर भांवला में एक-एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया है. मंडी शहर के भ्यूली में एकमात्र मामला आया है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेंद्र शर्मा ने बताया कि जिला में कोरोना संक्रमण के 48 मामले सामने आए हैं. उन्होंने बताया कि जिला में एक्टिव केस का आंकडा 598 पहुंच गया है. वहीं, 37 लोगों की मौत भी इस महामारी से हो चुकी है. जिला में 2,287 लोगों ने इस महामारी को मात भी दे दी है.