मंडी: हिमाचल की राजनीति के सियासी गढ़ माने जाने वाले सदर विधानसभा क्षेत्र में अब सियासी माहौल गर्माने लगा है. पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपक शर्मा और पूर्व प्रत्याशी एवं महिला कांग्रेस की प्रदेश महासचिव चंपा ठाकुर ने पूर्व मंत्री एवं सदर से भाजपा विधायक अनिल शर्मा व उनके बेटे प्रदेश कांग्रेस महासचिव आश्रय शर्मा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
यहां पत्रकारों से बात करते हुए दीपक शर्मा व चंपा ठाकुर ने कहा कि अनिल शर्मा भाजपा के बाद अब कांग्रेस में आने के लिए छटपटा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस महासचिव आश्रय शर्मा ने हाल ही में यह आरोप लगाया कि तीन साल में मंडी सदर में कोई काम नहीं हुआ है. सदर में जो भी कार्य हुए हैं वे कांग्रेस के कार्यकाल में हुए हैं.
दीपक शर्मा ने कहा कि आश्रय शर्मा ने भाजपा के विधायक की नाकामियों को ही उजागर किया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा आश्रय ने यह भी कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में अनिल शर्मा सदर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि यह अपने आपमे एक सामंती सोच है. उन्होंने कांग्रेस हाई कमान को चेताया है कि अगर दल बदलुओं को टिकट दिया गया तो सदर कांग्रेस में बगावत हो जाएगी. उन्होंने कहा कि अब सदर विधानसभा क्षेत्र में विरासत सदर की सियासत के फैसले नहीं कर पाएगी.
उन्होंने कहा कि बेटा बाप के लिए टिकट जेब में लेकर घूम रहा है. अनिल शर्मा ने सरकार और सदर की जनता के साथ सोशल डिस्टेंसिंग कर रखी है तो चुनाव में जनता उनके परिवार के साथ सोशल डिस्टेंसिंग करेगी.
चंपा ठाकुर ने कहा कि विधायक महोदय मुख्यमंत्री और वरिष्ठ मंत्री के पास नहीं जा रहे हैं. जिससे सदर विस क्षेत्र का विकास रूक गया है. उन्होंने कहा कि विधायक अपनी नाकामियों को छुपाने केलिए सरकार पर दोषा रोपण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि विधायक महोदय सदर की जनता के लिए मुख्यमंत्री के पास जाइए और रूके हुए विकास कार्यों को पूरा करवाएं.
अगर ऐसा नहीं करना है तो विधायक पद से इस्तीफा दे दीजिए. कुर्सी से क्यों चिपके हुए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें जिला परिषद अध्यक्ष पद से हटवाने केलिए अनिल शर्मा उसी वरिष्ठ मंत्री के पास गए थे, जिनके पास आज जाने से मना कर रहे हैं.
दीपक शर्मा व चंपा ठाकुर ने कहा कि आने वाले विस चुनाव में उन में से किसी एक को टिकट मिलेगा तो कांग्रेस के पाले में यह सीट जाएगी. उन्होंने कहा कि अनिल शर्मा व उनका परिवार राजनीतिक मौसम विज्ञानी हैं. जो पंचायत चुनावों के बहाने अब कांग्रेस का टिकट हड़पने के लिए अभी से होमवर्क में जुट गए हैं.