करसोग/मंडी: प्रदेश में कोरोना संकट के बीच वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के दावों की पोल सरकार के जल शक्ति विभाग ने खोल कर रख दी. करसोग में धान की रोपाई का काम शुरू होने वाला है, लेकिन अलयाड खड्ड से गांव नाली तक बनाई गई कुल्ह की जल शक्ति विभाग अभी तक मरम्मत नहीं कर पाया. इस कुल्ह निर्माण पर अब तक 1 करोड़ से अधिक की धन राशि खर्च की जा चुकी है, जबकि किसानों के खेतों तक अभी पानी नहीं पहुंचा. ऐसे में जनता की खून पसीने की कमाई के इस पैसे का किसानों को कोई लाभ नहीं हो रहा है.
कई महीनों से नहीं हो रही सुनवाई
अलयाड खड्ड से बनाई गई इस कुल्ह से नाली सहित आसपास के गांव के करीब 5 हजार किसान 700 बीघा भूमि पर सिंचाई कर घर परिवार का खर्च चलाते हैं, लेकिन जल शक्ति विभाग पिछले कई महीनों से टूटी कुल्ह का मरम्मत कार्य तक नहीं करवा पाया. इस बारे में स्थानीय लोगों ने जल शक्ति विभाग के डिवीजन को एक ज्ञापन भी सौपा था, लेकिन बावजूद इसके किसानों की समस्या की अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में धान रोपाई का समय नजदीक आता देखकर किसानों के चेहरे पर चिंता बढ़ गई हैं. किसानों ने अब समस्या के समाधान के लिए एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को ज्ञापन सौंपा है.
खेती ही सहारा
प्रदेश में कोरोना संकट के दौर में बेरोजगार हुए ग्रामीणों को अब खेती का ही सहारा है, लेकिन यहां भी किसान लाचार सिस्टम के आगे बेबस नजर आ रहे हैं. कोरोना काल में नाली सहित आसपास के गांव के किसानों के पास अब धान और सब्जियों की फसल ही अब रोजी-रोटी चलाने का एकमात्र विकल्प है, लेकिन कुल्ह की मरम्मत न होने से यह होता नहीं दिख रहा. किसानों का कहना है कि अगर 10 दिनों में कुल्ह का मरम्मत कार्य पूरा नहीं होता, तो ऐसे में सब कुछ बर्बाद हो जाएगा. जिसकी जिम्मेदार सरकार होगी. इसलिए किसानों ने मुख्यमंत्री से जल्द से जल्द इस मामले पर हस्तक्षेप करने की मांग की.
न्यारा वार्ड के पार्षद बंसीलाल का कहना है कि अलयाड से नाली तक बनाई गई कुल्ह से करीब 700 बीघा भूमि की सिंचाई होती थी. जिससे पांच हजार किसानों को फायदा होता था, लेकिन स्पॉट पर अब कुल्ह का नामो निशान नहीं. एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने बताया ज्ञापन दिया गया है. इसको अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग को भेजा जाएगा और मरम्मत कराई जाएगी.