मंडी: जिले के पंडोह में सरकार ईको टूरिज्म विकसित करेगी. इसके लिए सरकार करोड़ों की राशि व्यय करेगी. वन, परिवहन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविन्द ठाकुर ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार पंडोह डैम, बाखली मन्दिर और साथ लगते क्षेत्रों को ईको टूरिज्म के माध्यम से विकसित करने के लिए पांच करोड़ की राशि व्यय करेगी.
यह जानकारी वन मंत्री ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सरोआ में उद्योग विभाग (रेशम अनुभाग) और प्रदेश भवन एवं अन्य निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित विशेष जागरूकता अभियान में दी. इस अवसर पर प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी के अस्पताल अनुभाग की अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर कार्यक्रम में विशेष अतिथि के तौर पर उपस्थित रही.
मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि ईको टूरिज्म के तौर पर विकसित होने के बाद इस क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. इसके तहत क्षेत्र में रोप-वे, लोग हट्स, कैक्ट्स पार्क, औषधीय पार्क, फिश प्वाईंट, बोटिंग, कैफे निर्मित किए जाएंगे.
इस दौरान प्रदेश रेडक्रॉस सोसायटी के अस्पताल अनुभाग की अध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार रेशम उत्पादकों की सुविधा के लिए पंडोह क्षेत्र में जल्द ही हिमाचल सिल्क मार्ट स्थापित करने जा रही है जिसमें प्रशिक्षित स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद बिक्री के लिए रखे जाएंगे. थुनाग में पांच करोड़ की लागत से रेशम बीज उत्पादन केंद्र स्थापित कर क्षेत्र में रेशम उद्योग को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
10 लाख से बनी गैंग हट का लोकार्पण
इस अवसर पर स्कूल परिसर में गोविंद ठाकुर, डॉ. साधना ठाकुर ने चिनार व रजनी ठाकुर ने देवदार के पौधे रोपित कर ग्रामीणों को पौधरोपण के लिए प्रेरित किया. साथ ही वन विभाग द्वारा 10 लाख की लागत से निर्मित गैंग हट को भी लोकर्पण करने के साथ-साथ इसके स्तरोन्नत के लिए 60 लाख रुपये देने की घोषणा भी की. वन मंत्री ने अपनी ऐच्छिक निधि से वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला स्कूल को सांस्कृतिक व खेलकूद गतिविधियों के लिए 25-25 हजार रुपये देने की घोषणा की.