मंडी: छोटी काशी में आयोजित सात दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के अंतिम दिन शहर के चौहट्टा बाजार में जातर का आयोजन किया गया. इस मौके पर चौहट्टा बाजार में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जन सैलाब उमड़ा और देवी देवताओं के दर्शन किए. चौहट्टा की इस जातर में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव में पहुंचे सभी देवी देवता विराजमान होते हैं.
आज भी निभाई जा रही मेले की परंपरा
रियासत काल से चली आ रही परंपरा आज भी निभाई जा रही है. मान्यता है कि सदियों पहले तत्कालीन राजा ने विधिवत रूप से चौहट्टा बाजार के साथ लगते बाबा भूतनाथ मंदिर की स्थापना करवाई थी और उस दिन शिवरात्रि थी. बाबा भूतनाथ मंदिर स्थापना के उपलक्ष्य पर उस दिन मेले का भी आयोजन करवाया गया था.
मूल स्थान के लिए रवाना होंगे देवी-देवता
चौहट्टा की इस जातर में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने देवी देवताओं के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया. देवी देवताओं के साथ आए पुजारियों ने कहा कि चौहट्टा बाजार की जातर के बाद देवी-देवता अपने मूल स्थान के लिए रवाना हो जाएंगे. अब सभी देवी देवता एक साल बाद अगले साल शिवरात्रि महोत्सव में शामिल होने मंडी आएंगे.
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