करसोगः वामपंथी दलों की ओर से दो दिन पहले नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद जिला मंडी में राजनीतिक हलचल अब और तेज हो गई है. भाजपा सहित कई संगठनों ने सोमवार को करसोग की सड़कों पर उतर कर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया.
इस रैली में भाजपा, आरएसएस सहित महिला मोर्चा और बजरंग दल के कार्यकर्ता शामिल रहे. आयोजित रैली में कानून के विरोध में देश भर में सम्पत्ति जलाने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की गई.
बजरंग दल जिला इकाई करसोग के तत्वावधान में निकली इस रैली के समापन पर हेतराम ठाकुर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. इस कानून का मकसद 2014 से पूर्व तक पड़ोसी देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित किए गए हिंदू, जैन पारसी व ईसाई शरणार्थी के रूप में भारत रह रहे हैं. उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान करने का इस कानून में प्रावधान है.
हेतराम ठाकुर ने कहा कि देश में हो रही आगजनी तोड़फोड़ देश की संपत्ति का नुकसान इस प्रकार का काम जो लोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार को कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए. जिससे कि भविष्य में देश की संपत्ति का नुकसान न हो.
महिला मोर्चा की अध्यक्ष बबिता ठाकुर ने कहा कि सरकार ने बिल को पारित करके कुछ गलत नहीं किया है. इस बिल से भारत में साल 2014 से पूर्व रहने वाले प्रताड़ित समुदाय के लोगों को यहां नागरिकता मिल सकती है. महिला मोर्चा इस बिल का समर्थन करता है.
बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया गया है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा. नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से वर्ष 2014 से पहले रह रहे प्रताड़ित हिंदुओं सहित सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइ धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है.