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करसोग में CAA समर्थन रैली का आयोजन, BJP-RSS सहित महिला मोर्चा के कार्यकर्ता रहे शामिल - भाजपा आरएसएस सहित महिला मोर्चा बजरंग दल की रैली

भाजपा समर्थित दलों ने करसोग की सड़कों पर उतर कर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया. रैली का आयोजन कर बिल के विरोध करने वालों के खिलाफ नारेबाजी भी की.

rally in favour of CAA in karsog
करसोग में CAA समर्थन रैली का आयोजन
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Published : Dec 23, 2019, 10:57 PM IST

करसोगः वामपंथी दलों की ओर से दो दिन पहले नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद जिला मंडी में राजनीतिक हलचल अब और तेज हो गई है. भाजपा सहित कई संगठनों ने सोमवार को करसोग की सड़कों पर उतर कर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया.

इस रैली में भाजपा, आरएसएस सहित महिला मोर्चा और बजरंग दल के कार्यकर्ता शामिल रहे. आयोजित रैली में कानून के विरोध में देश भर में सम्पत्ति जलाने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की गई.

वीडियो रिपोर्ट.

बजरंग दल जिला इकाई करसोग के तत्वावधान में निकली इस रैली के समापन पर हेतराम ठाकुर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. इस कानून का मकसद 2014 से पूर्व तक पड़ोसी देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित किए गए हिंदू, जैन पारसी व ईसाई शरणार्थी के रूप में भारत रह रहे हैं. उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान करने का इस कानून में प्रावधान है.

हेतराम ठाकुर ने कहा कि देश में हो रही आगजनी तोड़फोड़ देश की संपत्ति का नुकसान इस प्रकार का काम जो लोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार को कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए. जिससे कि भविष्य में देश की संपत्ति का नुकसान न हो.

महिला मोर्चा की अध्यक्ष बबिता ठाकुर ने कहा कि सरकार ने बिल को पारित करके कुछ गलत नहीं किया है. इस बिल से भारत में साल 2014 से पूर्व रहने वाले प्रताड़ित समुदाय के लोगों को यहां नागरिकता मिल सकती है. महिला मोर्चा इस बिल का समर्थन करता है.

बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया गया है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा. नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से वर्ष 2014 से पहले रह रहे प्रताड़ित हिंदुओं सहित सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइ धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है.

करसोगः वामपंथी दलों की ओर से दो दिन पहले नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद जिला मंडी में राजनीतिक हलचल अब और तेज हो गई है. भाजपा सहित कई संगठनों ने सोमवार को करसोग की सड़कों पर उतर कर नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया.

इस रैली में भाजपा, आरएसएस सहित महिला मोर्चा और बजरंग दल के कार्यकर्ता शामिल रहे. आयोजित रैली में कानून के विरोध में देश भर में सम्पत्ति जलाने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की गई.

वीडियो रिपोर्ट.

बजरंग दल जिला इकाई करसोग के तत्वावधान में निकली इस रैली के समापन पर हेतराम ठाकुर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लोग विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं. इस कानून का मकसद 2014 से पूर्व तक पड़ोसी देशों में धार्मिक रूप से प्रताड़ित किए गए हिंदू, जैन पारसी व ईसाई शरणार्थी के रूप में भारत रह रहे हैं. उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान करने का इस कानून में प्रावधान है.

हेतराम ठाकुर ने कहा कि देश में हो रही आगजनी तोड़फोड़ देश की संपत्ति का नुकसान इस प्रकार का काम जो लोग कर रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार को कठोरतम कार्रवाई करनी चाहिए. जिससे कि भविष्य में देश की संपत्ति का नुकसान न हो.

महिला मोर्चा की अध्यक्ष बबिता ठाकुर ने कहा कि सरकार ने बिल को पारित करके कुछ गलत नहीं किया है. इस बिल से भारत में साल 2014 से पूर्व रहने वाले प्रताड़ित समुदाय के लोगों को यहां नागरिकता मिल सकती है. महिला मोर्चा इस बिल का समर्थन करता है.

बता दें कि नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया गया है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा. नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से वर्ष 2014 से पहले रह रहे प्रताड़ित हिंदुओं सहित सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइ धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है.

Intro:करसोग में रैली भी निकाली गई, भाजपा, आरएसएस सहित महिला मोर्चा व बजरंग दल के कार्यकर्ता हुए शामिल।Body:करसोग
करसोग में दो दिन पूर्व वामपंथी दलों की ओर से नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन के बाद राजनीतिक हलचल अब और तेज हो गई है। सोमवार को इस बिल के पक्ष में भाजपा सहित कई संगठनों में सड़कों में उतर कर नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन में नारेबाजी की। इस दौरान भाजपा, आरएसएस सहित महिला मोर्चा और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने रैली भी निकाली। जिसमें बिल के विरोध में देश भर में सम्पत्ति जलाने वालों की कड़े शब्दों में निंदा की गई। रामलीला मैदान पुराना बाजार बाजार करसोग में सभी लोग एकत्र हुए और वहां से भारत माता की जय, वंदे मातरम नागरिक संशोधन कानून लागू हो के नारे लगाते हुए शांति पूर्वक यह रैली बरल तक निकली। बजरंग दल जिला इकाई करसोग के तत्वावधान में निकली इस रैली के समापन पर हेतराम ठाकुर ने उपस्थित लोगों को संदेश दिया की कुछ लोग देश के लोगों को, विशेषकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को भ्रमित कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि इस बिल का भारत में पूर्व से रह रहे नागरिकों से कोई संबंध नहीं है । इस बिल का मुख्य मकसद पाकिस्तान, बांग्लादेश व अफगानिस्तान से 2014 से पूर्व तक जो धार्मिक रूप से प्रताड़ित हिंदू, जैन पारसी व ईसाई शरणार्थी के रूप में रह रहे हैं । उनको भारत की नागरिकता प्रदान करने का इस कानून में प्रावधान है । देश में हो रही आगजनी तोड़फोड़ देश की संपत्ति का नुकसान इस प्रकार का काम जो लोग कर रहे हैं उनके खिलाफ सरकार को कठोरतम कार्रवाई अमल में लानी चाहिए। जिससे कि भविष्य में देश की संपत्ति का नुकसान न हो। महिला मोर्चा की अध्यक्ष बबिता ठाकुर ने कहा कि सरकार ने बिल को पारित करके कुछ गलत नहीं किया है। इस बिल से भारत में साल 2014 से पूर्व रहने वाले प्रताड़ित समुदाय के लोगों को यहां नागरिकता मिल सकती है। महिला मोर्चा इस बिल का समर्थन करता है। इस अवसर पर हरिओम गुप्ता ,हेतराम ठाकुर अश्विनी शर्मा, परमानंद ठाकुर, नवीन गुप्ता ,भूपेन्द्र शर्मा ,राकेश शर्मा , अध्ययन वृत्त करसोग कालेज के अनेक सदस्य, महिलाओं में ममता गुप्ता, बवीता ठाकुर, तारा ठाकुर आदि मौजूद रहे।



Conclusion:नागरिकता संशोधन बिल नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों को बदलने के लिए पेश किया गया है, जिससे नागरिकता प्रदान करने से संबंधित नियमों में बदलाव होगा. नागरिकता बिल में इस संशोधन से बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से वर्ष 2014 से पहले रह रहे प्रताड़ित हिंदुओं सहित सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाइ धर्म के लोगों को भारत की नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है।
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