मंडी: जिला मंडी के क्लस्टर विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय बनाने की मांग के समर्थन में चलाए गए हस्ताक्षर अभियान के 6वें दिन सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉक्टर अरविंद सहगल ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई.
गौरतलब है कि मंडी के ऐतिहासिक सेरी मंच पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद इकाई मंडी की ओर से इन दिनों हस्ताक्षर अभियान चलाया गया है. एबीवीपी का कहना है कि मंडी में राज्य विश्वविद्यालय खोले जाने से मंडी के ही नहीं बल्कि अन्य जिलों के छात्रों को भी इसका लाभ मिलेगा.
इस मौके पर सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य डॉ. अरविंद सहगल ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालय बनने से यहां पर हजारों की संख्या में छात्रों को लाभ मिलेगा. डॉ अरविंद सहगल ने कहा कि यूनिवर्सिटी बनने से ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों को बहुत फायदा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि यह कोराना काल का समय है और इस समय कोई भी छात्र नहीं चाहेगा कि वह बाहरी राज्य की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करें. डॉ सहगल ने कहा कि राज्य विश्वविद्यालय के लिए मंडी में पर्याप्त जगह है और सरकार को इस बारे में एक बार सोचना चाहिए.
उन्होंने कहा कि मंडी में यूनिवर्सिटी की स्थापना प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का ड्रीम प्रोजेक्ट है. उन्होंने कहा कि मंडी में राज्य विश्वविद्यालय खुलने से आसपास के लोगों को भी रोजगार मिलेगा.
गौरतलब है कि मंडी जिला में एबीवीपी की ओर से क्लस्टर विश्वविद्यालय को राज्य विश्वविद्यालय बनाने की मांग जोरों से की जा रही है. एबीवीपी का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वह आंदोलन करते रहेंगे. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ओर से राज्य यूनिवर्सिटी मांग को लेकर मंडी जिला में 10 दिवसीय हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है.
एबीवीपी का कहना है कि कलस्टर विश्वविद्यालय में शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की जल्द नियुक्ति की जाए. वहीं, कलेक्टर विश्वविद्यालय की कक्षाएं भी जल्द शुरू की जाए. विद्यार्थी परिषद का कहना है कि यदि सरकार यहां राज्य विश्वविद्यालय खोलती है तो सभी छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने की सुविधा मिलेगी.