मंडी: प्रदेश सरकार ने शादी समारोह में 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी है. सरकार के इन आदेशों की जहां कुछ लोग अवहेलना कर रहे हैं. वहीं, मंडी जिले के सैनी परिवार ने इन नियमों को लेकर एक मिसाल पेश की है.
शादी के लिए सिर्फ दूल्हे को भेजा
मंडी के रहने वाले परस राम सैनी के इकलौते बेटे प्रांशुल की शादी 26 अप्रैल को गुजरात की मानवी शाह से हुई. कोरोना संकट काल के दौरान परिवार ने शादी को साधारण तरीके से मनाया. मंडी से शादी में केवल दूल्हा ही अहमदाबाद गया. परिवार के अन्य सदस्यों ने ऑनलाइन ही वर-वधु को आशीर्वाद दिया. परिवार के मुखिया परस राम सैनी ने बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच परिवार ने शादी को सूक्ष्म तरीके से मनाने का निर्णय लिया. उन्होंने कहा कि कोरोना के इस दौर में हमें ज्यादा से ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है. परस राम सैनी बोले कि कोरोना खत्म होने के बाद बड़ा आयोजन भी किया जाएगा.
समाज के लिए पेश की मिसाल
परस राम सैनी ने बताया कि पहले दोनों परिवारों ने शादी समारोह में भाग लेने का निर्णय लिया था परंतु कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच केवल दूल्हे को ही शादी के लिए गुजरात भेजा गया. उन्होंने कहा कि दोनों परिवारों की सहमति के बाद ही इस शादी को सूक्ष्म रूप में मनाया गया. बता दें कि परस राम सैनी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बाल मंडी में बतौर प्रधानाचार्य अपनी सेवाएं दे रहे हैं. परस राम सैनी ने बिना बैंड बाजा और लोगों के हुजूम बिना अपने इकलौते बेटे की शादी करवाकर समाज के लिए एक नजीर पेश की है.
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