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मंडी में 5 और मरीजों ने जीती कोरोनो से जंग, दो को अस्पताल से मिली छुट्टी

श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में उपचाराधीन 5 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है. इनमें 3 मंडी जिला के हैं. कुल यहां से 5 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है. यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद चौहान ने दी. मंडी जिला में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 12 मामले आए हैं. दो मामलों में संक्रमितों का निधन हो गया, जो लोग ठीक होकर घर गए हैं, उन्हें एक हफ्ता होम क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है.

corona infected patients
मंडी में 5 और मरीजों ने जीती कोरोनो से जंग.
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Published : May 31, 2020, 10:26 AM IST

मंडी: श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में उपचाराधीन 5 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है. इनमें 3 मंडी जिला के हैं. यहां से कुल 5 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है.

यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद चौहान ने दी. उन्होंने बताया कि मंडी में वर्तमान में कोरोना के 9 मरीज उपचाराधीन थे. उनमें से 4 नेरचौक अस्पताल में और 5 लोग ढांगसीधार स्थित कोविड केयर सेंटर में रखे गए थे. अब एक मंडी का मरीज नेरचौक और 5 लोग ढांगसीधार स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन हैं.

बता दें कि 20 मई को चार कोरोना संक्रमित मरीजों को नेरचौक अस्पताल में दाखिल किया गया था. उनमें से दुर्भाग्य से रत्ती की रहने वाली किडनी की बीमारी से ग्रसित एक 65 वर्षीय महिला का निधन हो गया था और अन्य तीन मरीजों के शनिवार सैंपल जांचे गए. उनमें से 3 की रिपोर्ट निगेटिव आई है.

वीडियो रिपोर्ट.

डॉ. जीवानंद चौहान ने बताया कि जिन तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. उनमें सदर उपमंडल की कोटली तहसील की पंचायत शिल्ली के 70 वर्षीय बुजुर्ग और उपमंडल गोहर के थाची की 23 वर्षीय युवती शामिल हैं, जो स्वयं बीएससी नसिंग कर रही है.

वहीं, शुक्रवार जंजैहली के युवक की रिपोर्ट अनिर्णायक घोषित हुई थी. वह निगेटिव आया है और उसे भी अब घर भेजा जा रहा है. वहीं, कोटली के बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल से डिस्जार्च कर दिया गया है, लेकिन युवती को अभी अस्पताल में ही रखा गया है. युवती की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन उसे फिर से बुखार आ गया है.

उन्होंने बताया कि मंडी जिला में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 12 मामले आए हैं. दो मामलों में दुर्भाग्य से संक्रमितों का निधन हो गया, जो लोग ठीक होकर घर गए हैं, उन्हें एक हफ्ता होम क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है.

किडनी रोग पीड़ित कोरोना पॉजिटीव भी हुआ स्वस्थ

मेडीकल कॉलेज के एमएस डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से संबंधित 3 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. हमारे पास बिलासपुर, ऊना, और कांगड़ा से भी एक-एक मरीज यहां उपचाराधीन हैं. एक मरीज को भोटा डीसीसी से यहां रैफर किया गया था.

उसकी रिपोर्ट भी अब निगेटिव आई है जबकि उसकी पत्नी की तीन दिन पहले आईजीएमसी शिमला में पॉजिटिव आने के बाद मौत हो चुकी है. इसे रविवार को घर भेजा जाएगा. एक किडनी रोग से पीडि़त कोरोना पॉजिटीव का भी यहां सफलतापूर्वक उपचार हुआ है और उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है.

इस मरीज को कांगड़ा से यहां डायलसिस के लिए भेजा गया था और दो बार यहां उसका डायलसिस किया गया. शनिवार को आई रिपोर्ट के बाद वह अब स्वस्थ है और उसे भी रविवार को घर भेजा जा रहा है.

70 वर्षीय बुजुर्ग कैसे वायरस की चपेट में आया बना रहस्य

सदर उपमंडल की कोटली तहसील की पंचायत शिल्ली का 70 वर्षीय बुजुर्ग कैसे कोरोना वायरस की संक्रमण में आए यह अब बड़ा रहस्य बना हुआ है. पिछले 15 दिनों में प्रशासन इसकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगालने में लगा रहा और इस बीच मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौट चुका है, लेकिन अभी तक उसकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री का पत्ता ही नहीं चल पाया है कि आखिर किस व्यक्ति के संपर्क में बुजुर्ग कहां और कैसे आया.

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उन्होंने इसके तमाम प्राइमरी और सेकैंडरी संपर्क में आए सभी लोगों के सैंपल लिए और वह निगेटिव आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत पाई है. वहीं, प्रशासन के लिए ये केस पेचीदा बन चुका है कि आखिर 70 वर्षीय बुजुर्ग कृष्ण चंद कैसे कोरोना वायरस की संक्रमण में आया.

मंडी: श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नेरचौक में उपचाराधीन 5 कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आई है. इनमें 3 मंडी जिला के हैं. यहां से कुल 5 मरीजों ने कोरोना से जंग जीत ली है.

यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद चौहान ने दी. उन्होंने बताया कि मंडी में वर्तमान में कोरोना के 9 मरीज उपचाराधीन थे. उनमें से 4 नेरचौक अस्पताल में और 5 लोग ढांगसीधार स्थित कोविड केयर सेंटर में रखे गए थे. अब एक मंडी का मरीज नेरचौक और 5 लोग ढांगसीधार स्थित कोविड केयर सेंटर में उपचाराधीन हैं.

बता दें कि 20 मई को चार कोरोना संक्रमित मरीजों को नेरचौक अस्पताल में दाखिल किया गया था. उनमें से दुर्भाग्य से रत्ती की रहने वाली किडनी की बीमारी से ग्रसित एक 65 वर्षीय महिला का निधन हो गया था और अन्य तीन मरीजों के शनिवार सैंपल जांचे गए. उनमें से 3 की रिपोर्ट निगेटिव आई है.

वीडियो रिपोर्ट.

डॉ. जीवानंद चौहान ने बताया कि जिन तीन मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. उनमें सदर उपमंडल की कोटली तहसील की पंचायत शिल्ली के 70 वर्षीय बुजुर्ग और उपमंडल गोहर के थाची की 23 वर्षीय युवती शामिल हैं, जो स्वयं बीएससी नसिंग कर रही है.

वहीं, शुक्रवार जंजैहली के युवक की रिपोर्ट अनिर्णायक घोषित हुई थी. वह निगेटिव आया है और उसे भी अब घर भेजा जा रहा है. वहीं, कोटली के बुजुर्ग व्यक्ति को अस्पताल से डिस्जार्च कर दिया गया है, लेकिन युवती को अभी अस्पताल में ही रखा गया है. युवती की रिपोर्ट निगेटिव आई है, लेकिन उसे फिर से बुखार आ गया है.

उन्होंने बताया कि मंडी जिला में अब तक कोरोना संक्रमण के कुल 12 मामले आए हैं. दो मामलों में दुर्भाग्य से संक्रमितों का निधन हो गया, जो लोग ठीक होकर घर गए हैं, उन्हें एक हफ्ता होम क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है.

किडनी रोग पीड़ित कोरोना पॉजिटीव भी हुआ स्वस्थ

मेडीकल कॉलेज के एमएस डॉ. देवेंद्र शर्मा ने कहा कि मंडी जिला से संबंधित 3 मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आई है. हमारे पास बिलासपुर, ऊना, और कांगड़ा से भी एक-एक मरीज यहां उपचाराधीन हैं. एक मरीज को भोटा डीसीसी से यहां रैफर किया गया था.

उसकी रिपोर्ट भी अब निगेटिव आई है जबकि उसकी पत्नी की तीन दिन पहले आईजीएमसी शिमला में पॉजिटिव आने के बाद मौत हो चुकी है. इसे रविवार को घर भेजा जाएगा. एक किडनी रोग से पीडि़त कोरोना पॉजिटीव का भी यहां सफलतापूर्वक उपचार हुआ है और उसकी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है.

इस मरीज को कांगड़ा से यहां डायलसिस के लिए भेजा गया था और दो बार यहां उसका डायलसिस किया गया. शनिवार को आई रिपोर्ट के बाद वह अब स्वस्थ है और उसे भी रविवार को घर भेजा जा रहा है.

70 वर्षीय बुजुर्ग कैसे वायरस की चपेट में आया बना रहस्य

सदर उपमंडल की कोटली तहसील की पंचायत शिल्ली का 70 वर्षीय बुजुर्ग कैसे कोरोना वायरस की संक्रमण में आए यह अब बड़ा रहस्य बना हुआ है. पिछले 15 दिनों में प्रशासन इसकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री खंगालने में लगा रहा और इस बीच मरीज स्वस्थ होकर घर भी लौट चुका है, लेकिन अभी तक उसकी कॉन्टेक्ट हिस्ट्री का पत्ता ही नहीं चल पाया है कि आखिर किस व्यक्ति के संपर्क में बुजुर्ग कहां और कैसे आया.

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उन्होंने इसके तमाम प्राइमरी और सेकैंडरी संपर्क में आए सभी लोगों के सैंपल लिए और वह निगेटिव आए हैं, जिससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत पाई है. वहीं, प्रशासन के लिए ये केस पेचीदा बन चुका है कि आखिर 70 वर्षीय बुजुर्ग कृष्ण चंद कैसे कोरोना वायरस की संक्रमण में आया.

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