मंडी: गर्मी की दस्तक के साथ ही शहरों और गांवों में पानी की किल्लत बढ़ जाती है. मंडी डिवीजन की बात की जाए तो यहां पर 237 स्कीमें शहर और गांवों में पानी पहुंचाने का काम कर रही है. इनमें से 15 ऐसी स्कीमें है जो सूखे से प्रभावित हुई हैं. इन स्कीमों में 25% तक पानी की कमी आई है. इनमें उपमंडल पनारसा की 8 और साइगलू की 7 स्कीम शामिल है.
स्कूलों को वाटर स्कीम से जोड़ा जा रहा है
जल शक्ति विभाग मंडी अधिशासी अभियंता विवेक हाजिरी का कहना है कि जिला में जिन स्कूलों में पानी की कमी आई है, उन्हें लिफ्ट वाटर स्कीम से जोड़ा जा रहा है. वहीं, जिन गांव में गर्मियों के दिनों में पानी की किल्लत रहती है उनमें नए हैंडपंप भी लगाए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि मंडी शहर को पानी पहुंचाने के लिए कांगणीधार में 6.35 एमएलडी और 5.86 एमएलडी, मोतीपुर में 0.75, ढांगसीधार में 2.3 एमएलडी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किए गए हैं, जहां से रोजाना 14 मिलियन लीटर पानी छोड़ा जाता है.
मंडी शहर को ऊहल परियोजना का पानी
बता दें कि गर्मियों के दिनों में सुचारू रूप से पानी की उपलब्धता किसी भी सरकार के लिए चिंता का विषय होता है. मंडी शहर को ऊहल परियोजना का पानी मिल रहा है. जल शक्ति विभाग द्वारा सूखे की समस्या से निपटने के लिए इस स्कीम के माध्यम से ग्रामीण इलाकों तक पानी पहुंचाया जा रहा है.
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