मंडी: धर्मपुर उपमंडल की सरी पंचायत के मुख्यालय पर एक प्रवासी 12 वर्षीय किशोरी ने मोबाइल फोन पर बात करने से रोकने पर फंदा लगाकर जान दे दी. घटना बुधवार देर शाम की बताई जा रही है. पुलिस ने शव कब्जे में लेकर छानबीन शुरू कर दी है. इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गोरखा अंबा बहादुर अपने परिवार सहित गत 25 वर्षों से सरी गांव के एक सेवानिवृति खंड प्राथमिक शिक्षाधिकारी के घर में रह रहा था. मृतका जागृति स्थानीय गांव की वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल सरी में आठवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी और उसके अध्यापकों के अनुसार पढ़ाई में योग्य थी.
बताया जा रहा है कि बीती रात जब वह मोबाइल पर बात कर रही थी तो उसकी मां ने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया. इससे नाराज होकर तैश में आकर जागृति ने अपना कमरा बंद किया और उसके बाद दुपट्टे को गले में बांधकर फंदा लगा लिया. जब उसके पिता उसे खाना खाने के लिए बुलाने आए तो कमरे में अंदर से कुंडी लगी हुई थी और उसके पिता ने पड़ोसियों को बुलाकर सारी घटना से अवगत कराया.
जब दरवाजे को तोड़ कर अंदर गए तो जागृति दम तोड़ चुकी थी. ग्रामीणों में से किसी ने पुलिस को सूचना दी और पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई और शव को कब्जे में लेकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. नागरिक अस्पताल सरकाघाट में शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
एएसपी मंडी पुनीत रघु ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाई गई है.