कुल्लू: जीएडी ने रविवार को लाहौल के लिए तीन उड़ानों को शेड्यूल तय किया था. लेकिन रविवार को हेलीकॉप्टर की एक भी उड़ान न होने से लाहौल-स्पीति के पांच हेलीपैड में पहुंची सवारियों को मायूस होकर घर लौटना पड़ा. ऐसे में स्पीति के लोसर हेलीपैड में फंसी तीन गर्भवती महिलाओं को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें दूसरी बार हेलीपैड से लौटना पड़ा है.
राज्य सरकार ने बीती शाम को लाहौल-स्पीति जिला के लिए तीन उड़ान का शेड्यूल जारी किया था. बाकायदा कुल्लू उड़ान समिति कार्यालय के बाहर लाहौल-स्पीति की ओर से आने वाले लोगों के नामों की सूची को भी चस्पा कर दी गई थी. जारी शेड्यूल के मुताबिक रविवार को पहली उड़ान भुंतर-लोसर-भुंतर के बीच होनी थी. दूसरी उड़ान भुंतर-तिंदी-तिंगरेट-भुंतर और तीसरी उड़ान भुंतर-रावा-स्तींगरी-भुंतर होनी थी.
तय सभी उड़ानों के रद्द हो जाने पर यात्रियों में भारी रोष है. घाटी में भारी बर्फ के बीच कुल्लू जाने वाले यात्रियों को हेलीपैड तक पहुंचना काफी मुश्किल हो गया है. भारी बर्फबारी के बाद लाहौल स्पीति के कई इलाकों की बिजली बंद हो गई हैं. लोगों को पीने के पानी के लिए भी मुश्किलें उठानी पड़ रही हैं.
वहीं लाहौल घाटी के केलांग और उदयपुर को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मोबाइल सेवा ठप है. ऐसे में तिंदी, तिंगरेट और रावा हेलीपैड में पहुंचे यात्रियों को लंबा इंतजार के बाद हेलीपैड से लौटना पड़ा है. दूसरी ओर लाहौल-स्पीति की ओर आने वाले यात्री भी भुंतर एयरपोर्ट पहुंच गए थे. लेकिन हेलीकॉप्टर शिमला से ही नहीं आ सका है.
वारपा पंचायत के प्रधान सत प्रकाश ने कहा है कि जिस दिन रावा हेलीपैड के लिए आनन-फानन में शेड्यूल जारी होता है, उस दौरान रावा हेलीपैड की उड़ान रद्द हो जाती है. जब मौसम साफ रहता है तो हेलीकॉप्टर की उड़ान नहीं होती है. कुल्लू में तैनात उड़ान समिति के प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि रोहतांग में मौसम खराब होने के कारण उड़ानें नहीं हो पाई हैं. मौसम साफ होने पर उड़ानें शुरू की जाएंगी.