मंडी: जिला मंडी का बैहना और दौंहदी वार्ड नगर निगम मंडी में तो शामिल किया गया है, लेकिन यहां सुविधा नाममात्र हैं. जिससे अब यहां के ग्रामीणों का गुस्सा फूटा है. वार्ड की जनता से नगर निगम एरिया से बाहर किए जाने की मांग उठाई है. ये मांग यहां की जनता नगर निगम मंडी के गठन के बाद से उठा रही है. मांग पूरी ने होने पर नगर निगम के चार पूरा होने के बाद अब इन वार्डों की जनता का विरोध अब उग्र रूप लेने लगा है. नगर निगम एरिया के बाहर लोगों द्वारा मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया है.
चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
बैहना और दौंहदी वार्ड के लोगों का कहना है कि मंडी में जब नगर निगम का गठन किया गया था तो पूर्व भाजपा सरकार ने उन्हें 3 साल बाद नगर निगम एरिया से बाहर करने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब 4 साल बीत जाने के बाद भी न तो उन्हें नगर निगम से बाहर किया गया और न ही निगम द्वारा मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके उल्ट अब नगर निगम उनसे विभिन्न टैक्स वसूलने की तैयारी में है. लोगों ने सरकार को साफ शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अब भी इन्हें नगर निगम से बाहर नहीं किया गया तो वे आने वाले शहरी निकाय के चुनावों का बहिष्कार करेंगे. इसके साथ ही सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है.
पूर्व सरकार ने किया था निगम में शामिल
बैहना वार्ड के निवासी मीरा देवी, शक्ति चंद वालिया, श्याम लाल और देवराज वर्मा का कहना है, "नगर निगम के गठन के समय पूर्व सीएम जयराम ठाकुर और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा था कि उन्हें कुछ समय के लिए ही नगर निगम एरिया में शामिल किया जा रहा है. मगर उनके विरोध के बाद भी आज दिन तक उन्हें निगम एरिया से बाहर नहीं किया गया है. 3 साल से नगर निगम की ओर से वार्ड में कोई सुविधा नहीं दी गई, न ही कोई अधिकारी आज तक वार्ड में पहुंचा, लेकिन अब उनसे टैक्स वसूलने की तैयारी की जा रही है."
ग्रामीणों ने सरकार को सौंपा ज्ञापन
ग्रामीणों का कहना है कि उनके वार्ड के लिए न तो सड़कें हैं और न ही मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाई गई हैं. नगर निगम द्वारा अब उनके ऊपर टैक्स लगाए जाएंगे. ऐसे में लोग निगम के तहत लगने वाले हाउस टैक्स या अन्य कोई भी टैक्स अदा नहीं कर सकते हैं. इसके अलावा उन्हें हर छोटे-छोटे कामों के लिए बैहना और दौंहदी से मंडी के चक्कर काटने पड़ते हैं. इस मौके पर लोगों ने नगर निमग मेयर और जिला प्रशासन के जरिए प्रदेश सरकार को नगर निगम एरिया से बाहर करने के लिए ज्ञापन सौंपा है. लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वो सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे और चुनावों का भी बहिष्कार किया जाएगा.