लाहौल स्पिति/कुल्लू: काजा पहुंचे कृषि मंत्री को एक बार फिर लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. मास्क ना पहनने के चलते स्थानीय महिलाओं व युवाओं की ओर से एक बार फिर से कृषि मंत्री का विरोध किया और उन्हें महिलाओं के गुस्से का भी शिकार होना पड़ा. कृषि मंत्री रामलाल मारकंडा काजा में खाना खाने के लिए आए हुए थे.
जानकारी के अनुसार कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा काजा में खाना खाने के लिए आए हुए थे. ऐसे में सूचना मिलते ही महिलाएं व स्थानीय युवा मौके पर पहुंचे और उन्होंने यहां पर खाना खाने का विरोध करना शुरू कर दिया.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के अनुसार महिलाएं व युवाओं का कहना है कि जब खाना ताबो में बनाया गया था तो उन्हें वहीं पर खाना चाहिए था. वहीं, कृषि मंत्री वीडियो में बिना मास्क के ही लोगों के साथ चर्चा कर रहे हैं.
कृषि मंत्री को अपनी सरकार के नियमों का पालन करना चाहिए और अगर उन्हें कोरोना संक्रमण हुआ तो उनके कारण कई लोग भी इस संक्रमण की चपेट में आ जाएंगे. वहीं, स्थानीय महिलाओं व लोगों के विरोध को देखते हुए कृषि मंत्री काजा से अब शिमला लौट आए हैं.
इससे पहले भी कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा का स्पीति पहुंचने से पहले ही काजा के प्रवेश द्वार पर विरोध किया गया. महिलाओं मंडलों और अन्य लोगों ने मंत्री जी का विरोध किया, जिससे उन्हें यहां से वापिस लौटना पड़ा था.
दरअसल, मंगलवार को जैसे ही मंत्री मारकंडा काजा पहुंचे वहां करीब 300 महिलाओं ने मंत्री गो बैक और प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए. महिलाओं का कहना था कि लाहौल स्पीति में सड़क का काम बीआरओ की जगह पीडब्ल्यूडी को देने से स्पीति के 213 मजदूर बेरोजगार हो गए हैं.