कुल्लू: देश दुनिया में अपने चमत्कार के लिए प्रसिद्ध बिजली महादेव मंदिर तक रोपवे का निर्माण कार्य अब शुरू हो गया है. रोपवे के लिए प्रदेश सरकार से भी मंजूरी मिल चुकी है और 14 अप्रैल को इसके लिए टेंडर लगाए जाएगा. वहीं, जिला प्रशासन के द्वारा इसके लिए सभी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली गई हैं और अब जल्द ही रोपवे धरातल पर नजर आएगा. जिला कुल्लू की खराहल घाटी के शीर्ष पर स्थित बिजली महादेव के मंदिर पहुंचने के लिए अब लोगों को ट्रैफिक जाम की दिक्कतों का सामना नहीं करना होगा और पर्यटकों को भी इस समस्या से जल्द निजात मिलेगी. हाल ही में हुई प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में इस रोपवे निर्माण के लिए मंजूरी मिल गई है और इसके निर्माण में 200 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. वहीं, इस रोपवे के बनने से घाटी के पर्यटन को भी पंख लगेंगे. यह कुल्लू उपमंडल में बनने वाला पहला रोपवे है.
इसलिए देश-प्रदेश में प्रसिद्ध है बिजली महादेव मंदिर: बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब भी हिमाचल दौरे पर आए हैं तो वे बिजली महादेव को याद करना नहीं भूले हैं. उन्होंने 5 साल पहले यह सपना देखा था कि बिजली महादेव तक रोपवे बनाया जाए ताकि देश-दुनिया के सैलानी भी वहां तक जा सकें. लेकिन, अब जल्द उनका सपना पूरा होने जा रहा है. भगवान बिजली महादेव के मंदिर में हर 12 साल बाद आसमान से बिजली गिरती है और इससे शिवलिंग खंडित हो जाता है. शिवलिंग पर बिजली गिरने के चलते यह मंदिर देश दुनिया में खासा प्रसिद्ध है और श्रद्धालुओं की मंदिर के प्रति काफी मान्यता है. रोपवे के बनने से श्रद्धालुओं को मंदिर पहुंचने में काफी आसानी होगी.
यहां बनेगा बोर्डिंग-डी बोर्डिंग स्टेशन: इस रोपवे का निर्माण पिरडी से किया जाएगा. जहां से इसकी लंबाई 2 किलोमीटर 700 मीटर होगी. वहीं, पेछा पर बोर्डिंग और डी बोर्डिंग स्टेशन बनाया जाएगा. इससे स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा. हालांकि इससे पहले सरकार के द्वारा इसका बजट 170 करोड़ रुपये तय किया गया था. जिसे बाद में बढ़ाकर 200 करोड़ रुपए कर दिया गया है. वहीं, अब रामशिला से बिजली महादेव सड़क को डबल लेन करने का कार्य भी शुरू किया जा रहा है. इससे पहले सड़क के कई जगह सिंगल होने के चलते सीजन के दौरान लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब सड़क को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत डबल किया जा रहा है और उसका कार्य प्रगति पर है.
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि बिजली महादेव रोपवे के लिए टेंडर 14 अप्रैल को लगाए जाएंगे. उसके बाद टेंडर संबंधित सभी प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा और जिस कंपनी के नाम टेंडर होगा, वह इसका निर्माण कार्य शुरू कर देगी. इस कार्य को 1 साल के भीतर ही पूरा कर लिया जाएगा.
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